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BIHAR ROADWAYS - बिहार के सभी जिला मुख्यालय से पटना के बीच बनेंगे फोरलेन सड़क,सिर्फ चार घंटे में पूरा होगा सफर, बजट में की गई घोषणा

BIHAR ROADWAYS - अगले तीन साल में बिहार के किसी भी जिले मुख्यालय से सिर्फ चार घंटे में पटना आ सकेंगे। नीतीश सरकार ने इस बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने बताया कि इसे पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया गया है।

BIHAR ROADWAYS  - बिहार के सभी जिला मुख्यालय से पटना के बीच बनेंगे फोरलेन सड़क,सिर्फ चार घंटे में पूरा होगा सफर, बजट में की गई घोषणा

PATNA - पूर्णिया से पटना का सफर सिर्फ चार घंटे में पूरा होगा। हैरान हो गए न। लेकिन बिहार में नीतीश सरकार जल्द ही इसे पूरा करने जा रही है। आज बिहार सरकार के बजट में इसकी घोषणा की गई। जिसके अनुसार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय से पटना के बीच फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। जिससे न सिर्फ जिलों से पटना आना आसान होगा। बल्कि समय भी कम लगेगा। बिहार सरकार की योजना है कि सभी जिला मुख्यालय पटना से सिर्फ चार घंटे की दूरी पर हो। 

आज बजट प्रस्तुत करने के दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि अभी जिला मुख्यालयों से पांच घंटे में पटना का सफर तय होता है।  इस यात्रा समय को वर्ष 2027 के अंत तक 4 घंटे में पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए राज्य की राजधानी को समस्त जिला मुख्यालयों से 4 लेन सड़क के द्वारा जोड़ा जाएगा।

दरअसल, रोड सेक्टर के लिए बजट में यह महत्वपूर्ण घोषणा रही कि सभी जिला मुख्यालयों को चार लेन की सड़क से पटना को संपर्कता मिलेगी। वर्ष 2027 के अंत तक राज्य के किसी भी कोने से चार घंटे में पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया है। आज बिहार के बजट में पथ निर्माण विभाग को 5527.55 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जो कुल बजट का 4.50 परसेंट है। 

बाइपास के लिए 676 करोड़

राज्य के सभी शहरों एवं सघन बसावटों से होकर गुजरने वाले मार्गों में आवश्यकता के हिसाब से बाईपास व फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाना है। इसके तहत अब तक 25 बाईपासों के निर्माण के लिए 676.27 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गयी है। बता दें यह सभी कार्य सात निश्चय पार्ट 2 का हिस्सा है।

बिहार में नदियों पर बिछाया पुलों का जाल

आज के बजट भाषण में वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने नदियों पर बने पुलों का भी विशेष रूप से जिक्र किया। यह कहा गया कि वर्ष 2005 के पहले गंगा नदी पर दो लेन वाले मात्र तीन पुल थे और चार लेन वाले एक पुल। अब दो लेन वाले तीन पुल, चार लेन वाले 7 पुल तथा छह लेन वाले चार पुलों का निर्माण हो चुका है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 से पहले कोसी नदी पर दो लेन वाले केवल दो पुल थे।अब दो लेन वाले पुलों की संख्या चार हो गयी है। चार लेन वाले नए पुलों का निर्माण हो चुका है।

गंडक नदी पर 2005 के पहले दो लेन वाले मात्र तीन पुल थे जो अब बढ़कर आठ हो चुके हैं। बागमती नदी पर मात्र चार पुल थे जिनकी संख्या अब 13 हो गयी है। फल्गु नदी पर मात्र एक पुल था। फल्गु पर चार नए पुल बनाए गए हैं।


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