Gopal Khemka Murder: गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस का बड़ा खुलासा, इस कारण सुपारी देकर कराई गई हत्या, 5 सेकेंड में शूटर ने किया काम, इनसे जुड़ा है तार

Gopal Khemka Murder: गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया है कि किस कारण गोपाल खेमका की हत्या की गई है। वहीं उनके बेटे गुंजन खेमका की हत्याकांड मामले का भी स्पीडी ट्रायल होगा...

Gopal Khemka murder
Gopal Khemka murder- फोटो : social media

Gopal Khemka Murder:  बिहार के बड़े कारोबारी और उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या जमीन विवाद में सुपारी देकर कराई गई है। पुलिस जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है। इस सिलसिले में पुलिस ने शनिवार को फतुहा औद्योगिक क्षेत्र और आरा में छापेमारी की तथा हत्या की साजिश रचने में शामिल पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। रेंज आईजी जितेंद्र राणा ने बताया कि पुलिस हत्या की जांच जमीन विवाद के एंगल से कर रही है। साथ ही अन्य पहलुओं की भी गहनता से छानबीन की जा रही है।

कुख्यात अजय वर्मा से पूछताछ

इस हत्याकांड की कड़ियां पटना के बेऊर जेल तक भी पहुंच रही हैं। शनिवार को कमिश्नर, आईजी, एसएसपी, चार सिटी एसपी, कई डीएसपी और 12 थानाध्यक्षों की टीम ने बेऊर जेल में छापा मारा। वहां बंद कुख्यात अजय वर्मा से करीब 20 मिनट तक पूछताछ की गई। पुलिस को शक है कि हत्या उसी के गिरोह ने कराई है। गोपाल खेमका के छोटे बेटे डॉ. गौरव खेमका के बयान पर गांधी मैदान थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। इसके बाद सिटी एसपी दीक्षा के नेतृत्व में 35 सदस्यीय एसआईटी बनाई गई है। इसमें पटना पुलिस, एसटीएफ और पुलिस मुख्यालय की टीमें शामिल हैं। आईजी जितेंद्र राणा ने बताया कि लापरवाही बरतने पर गांधी मैदान थानेदार और गश्ती दल के खिलाफ कार्रवाई होगी।

लाइनर-शूटर ने की थी पूरी रेकी 

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि खेमका की हत्या के लिए पहले से पूरी प्लानिंग थी। एक लाइनर लगातार उन पर नजर रख रहा था। उसे पता था कि खेमका हर रात बांकीपुर क्लब से अपने रामगुलाम चौक स्थित अपार्टमेंट अकेले लौटते हैं। शुक्रवार रात भी ऐसा ही हुआ। बांकीपुर क्लब से निकलते ही लाइनर ने शूटर को सूचना दी। शूटर पहले से उनके घर के गेट पर घात लगाए बैठा था। जैसे ही गोपाल खेमका वहां पहुंचे, शूटर उनकी कार के दाहिनी ओर से आया और महज 5 सेकेंड में कनपटी पर गोली दाग दी। गोली सिर में धंस गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बाद में परिजन उन्हें मेडिवर्सल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं गोली मारने के बाद शूटर एसपी वर्मा रोड होते हुए फरार हो गया।

बेटे गुंजन खेमका हत्या मामले में अब स्पीडी ट्रायल 

गौरतलब है कि 20 दिसंबर 2018 को गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में जमीन विवाद में ही हत्या कर दी गई थी। हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र में उनकी पेपर मिल के गेट पर तीन गोलियां मारी गई थीं। ड्राइवर मनोज रविदार भी गोली लगने से घायल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में अभिषेक कुमार उर्फ मस्तु वर्मा, अरुण कुमार चौधरी, उनके बेटे आनंद कुमार चौधरी और राहुल आनंद उर्फ चीकू को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में पटना हाईकोर्ट से साक्ष्य के अभाव में सभी को जमानत मिल गई। करीब दो साल पहले मस्तु वर्मा की हत्या कर दी गई, जबकि बाकी तीनों अभी जमानत पर बाहर हैं। डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि गुंजन हत्याकांड में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। अब इस केस का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा ताकि आरोपियों को जल्द सजा दिलाई जा सके।

मुख्यमंत्री ने डीजीपी से मांगी पूरी रिपोर्ट, दिए सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हत्याकांड पर गंभीरता दिखाते हुए डीजीपी विनय कुमार से पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जांच कर दोषियों की पहचान की जाए और साजिश का भी पर्दाफाश किया जाए। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। डीजीपी ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डंप डाटा खंगाल रही है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।