29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की होगी बहाली, मंगल पांडेय ने तीन गुना मानदेय बढ़ाने पर सीएम नीतीश का जताया आभार

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली प्रक्रिया प्रगति पर है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.

Asha workers
Asha workers- फोटो : news4nation

Bihar News: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के प्रोत्साहन राशि में उल्लेखनीय वृद्धि करने का निर्णय ऐतिहासिक है। यह निर्णय इन महिला कार्यकर्ताओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं को बड़ी सौगात दी गई है। वर्ष 2019 में जहां आशा कार्यकर्ताओं को 1000 रूपये प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी। उसे अब तीन गुणा बढ़ाकर 3000 रूपये प्रतिमाह कर दिया गया है। वहीं ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रूपये की जगह अब 600 रूपये की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ये फैसला 1 जूलाई 2025 से प्रभावी होगा। यह फैसला स्वास्थ्य व्यवस्था को और सशक्त बनाएगा और जमीनी स्तर पर कार्यरत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करेगा।


उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक निर्णय का सीधा लाभ 91,094 आशा कार्यकर्ताओं, 4,364 आशा फैसिलिटेटर्स और लगभग 4,600 ममता कार्यकर्ताओं को मिलेगा। इसके अतिरिक्त आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन के लिए 13 हजार 180 रूपये, मोबाइल रिचार्ज हेतु 200 रूपये और दो साड़ियों के लिए 2 हजार 500 रूपये की राशि भी उपलब्ध कराई जा रही है।  पांडेय ने माननीय मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आशा एवं ममता कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी हैं। इन्होंने राज्य के दूर-दराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया है। इनके प्रयासों से राज्य में कई सकारात्मक स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार हुआ है।


उन्होंने बताया कि गृह प्रसव की दर में कमी और संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुई है। मातृ मृत्यु दर, जो वर्ष 2005 में 365 थी वो घटकर 91 हो गई है। शिशु मृत्यु दर अब 27 है, जो राष्ट्रीय स्तर के बराबर है। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 29 हो गई है, जो राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। नवजात शिशु मृत्यु दर (0 - 28 दिन) 19 है, जो राष्ट्रीय औसत 19 के करीब है। एचएमआईएस आंकड़ों के अनुसार टीकाकरण का आच्छादन अब 95 प्रतिशत तक पहुँच चुका है।


मंगल पांडेय ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गर्भवती महिलाओं को एएनसी जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाना, टीकाकरण, उच्च पोषण और ओआरएस जैसे जीवन रक्षक साधनों का वितरण आदि कार्य बखूबी किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली प्रक्रिया प्रगति पर है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही विभाग में बीटीएस और बीपीएससी के माध्यम से विभिन्न पदों पर नियुक्तियां भी की जा रही हैं। विभाग का लक्ष्य है कि स्वास्थ्य सेवाएं समय पर और सुलभ रूप में आमजन तक पहुंचें।