Patna Airport: पटना एयरपोर्ट पर 'इंटरनेट फेल', सिस्टम बैठा, उड़ानें अटकी, यात्री झुलसे
Patna Airport:पटना के जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर करोड़ों रुपये की लागत से बने नए टर्मिनल भवन में महज़ एक घंटे की इंटरनेट विफलता ने हड़कंप मचा दिया।

Patna Airport: पटना के जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार की सुबह नजारा किसी बदहाल बस स्टैंड से कम नहीं था। करोड़ों रुपये की लागत से बने नए टर्मिनल भवन में महज़ एक घंटे की इंटरनेट विफलता ने हड़कंप मचा दिया। बोर्डिंग पास नहीं छप सके, चेक-इन काउंटर पर अफरातफरी मच गई, और यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं।
नया भवन, पुरानी लापरवाही
जिस टर्मिनल भवन का हाल ही में धूमधाम से उद्घाटन किया गया था, वहीं तकनीकी खामियों की पोल सबसे पहले खुली। सुबह करीब 8 से 9 बजे तक इंटरनेट सेवा पूरी तरह ठप रही, जिससे पूरा सिस्टम ठप हो गया। नतीजा ये हुआ कि न केवल बोर्डिंग प्रक्रिया बाधित हुई, बल्कि दर्जनों उड़ानें भी प्रभावित हो गईं।
उड़ानें लेट, यात्री हैरान-परेशान
बेंगलुरु की दो और दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद की एक-एक फ्लाइट को 1 से डेढ़ घंटे की देरी का सामना करना पड़ा। इसी बीच मुंबई से आई स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-948 को रनवे पर 40 मिनट तक खड़ा रहना पड़ा, क्योंकि पार्किंग में जगह नहीं थी। विमान में बैठे यात्रियों ने भीषण गर्मी में अंदर फंसकर घंटों की तकलीफ झेली।
जवाबदेही कौन लेगा?
स्पाइसजेट के यात्रियों ने एयरलाइंस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि एयरोब्रिज खाली था, फिर भी उन्हें विमान में बैठाकर रखा गया। एयरलाइंस की यह कार्यप्रणाली यात्रियों की असुविधा को और बढ़ा गई।
हवाई अड्डे का ‘डिजिटल ढांचा’ सवालों के घेरे में
जहां एक ओर एयरपोर्ट प्रबंधन 1200 करोड़ के खर्चे का ढोल पीट रहा है, वहीं एक साधारण इंटरनेट ठप होने की घटना ने उसकी तैयारी की पोल खोल दी है। यह भी सामने आया कि एयरपोर्ट की केवल 6 पार्किंग स्पॉट्स के कारण विमानों को जगह नहीं मिल रही है, जबकि विस्तार की ज़रूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है।