Bihar tourism - गजब, बिहार पर्यटन विभाग के नक्शे से गायब हो गया जहानाबाद जिला, ढूंढने से भी नहीं मिलेगा

Bihar tourism - बिहार टूरिज्म के नक्शे से पूरा जहानाबाद जिला ही गायब हो गया है। विभाग ने इस नक्शे को फेसबुक पर पोस्ट भी किया है।

Bihar tourism -  गजब, बिहार पर्यटन विभाग के नक्शे से गायब हो
बिहार पर्यटन के नक्शें जहानाबाद गायब- फोटो : न्यूज4नेशन

Patna  - बिहार पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश का नया नक्शा पोस्ट किया गया  है।   जिसमें विभाग के अधिकारियों ने पटना के पड़ोसी जिले जहानाबाद  को ही नक्शे से गायब कर दिया है। अब सोशल मीडिया पर पर्यटन विभाग द्वारा जारी नक्शे को शेयर करते पूछा जा रहा है कि क्या पर्यटन विभाग को जहानाबाद जिले  के बारे में जानकारी नहीं हैं। 

बताया गया कि पर्यटन विभाग ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है।   जिसमें उन्होंने बताया है कि बिहार के अलग   अलग जिले में कई तरह की भाषाएं   बोली जाती है। जिसके साथ  बिहार का एक नक्शा भी पोस्ट किया गया है। जिसमें बताया गया है कि दक्षिण बिहार के चंपारण, सिवान, बक्सर, सारण, भोजपुर, कैमूर रोहतास को भोजपुरी भाषी बताया गया है। जबकि सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और वैशाली में बोली   जानेवाली भाषा बज्जिका बताई  गई है। 

इसी तरह बांका, मुंगेर और भागलपुर में  अंगिका भाषा, जबकि मधुबनी, सुपौल, अररिया,  किशनगंज, दरभंगा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार,  बेगूसराय, समस्तीपुर और सहरसा में मैथिली भाषा  का इस्तेमाल किया जाता है।

जबकि नक्शे में पटना, अरवल, नालंदा, लखीसराय,  शेखपुरा, जमुई, गया और औरंगाबाद में मगही भाषा बोली जाती   है। पटना और गया के बीच में बसे जहानाबाद को न तो नक्शे में जगह  दी गयी है, न ही यह  बताया गया कि यहां कौन सी भाषा बोली जाती है।

कैसे हुई यह गलती

नक्शे को गौर से देखने पर पर्यटन विभाग की  गलती  देखी जा सकती है। नक्शे  में भोजपुर जिले  का जिक्र दो बार कर दिया गया है। जिसमें पटना और अरवल के पास भोजपुर बताया गया है।जबकि उसकी जगह जहानाबाद होना चाहिए था और जिले की भाषा के रूप में मगही होनी चाहिए थी।

रणजीत की रिपोर्ट