patna police - पटना जिले के टॉप 10 अपराधकर्मियों की सूची तैयार, थानों में दें हाजिरी नहीं तो होगा...

patna police - पटना पुलिस जिले के अपराध को नियंत्रित करने के लिए कमर कस चुकी है। एसएसपी ने सभी बड़े अपराधियों की सूची तैयार कर उन्हें चेतावनी भी दे दी है।

patna police - पटना जिले के टॉप 10 अपराधकर्मियों की सूची तैय
वांटेड अपराधियों पर एसएसपी सख्त- फोटो : अनिल कुमार

Patna - पटना जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर पटना पुलिस ने पूरी तरह से कमर कस ली है ।पटना जिले के ऐसे बड़े अपराधकर्मी जिनका पूर्व से लंबा अपराधिक इतिहास रहा है उनकी एक सूची थानावार स्तर पर तैयार की गई है। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पटना सेंट्रल एसपी के नेतृत्व में ऐसे टॉप 10 अपराधियों की सूची बनाई गई है।

इसी कड़ी में पटना पूर्वी क्षेत्र का टॉप 10 अपराधकर्मी पुनीत बिंद जिसका लंबा अपराधिक इतिहास रहा है। जिसमें ज्यादातर हत्या लूट और डकैती के मामलों में शामिल रहा है। जो वर्ष 2004 से पूर्वी क्षेत्र गौरीचक, धनरूआ ,बाईपास , राम कृष्णा नगर, थाना क्षेत्र में एक्टिव था। वहीं नदी थाना क्षेत्र में एक डकैती की घटना को अंजाम देने के फिराक में हथियार और साथियों को इकट्ठा कर रहे थे। जिसकी सूचना एसटीएफ को लगी और पटना पुलिस की साझा करवाई में पुनीत बिंद गिरफ्तार हुआ है। इसके पास से एक पिस्टल ,2 मैगजीन और 4 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। 

पटना पुलिस कप्तान ने कहा कि गिरफ्तार टॉप 10 अपराधकर्मी पुनीत बिंद पर कुल 17 मामले पहले से जिले के थाने में दर्ज है।दरअसल लगातार ऐसे अपराधियों पर नजर रखने की वजह से इस कुख्यात अपराधकर्मी की गिरफ्तारी हुई है।डकैती की योजना में शामिल होने वाले अपराधियों की इनपुट पूछताछ में मिली है ।

25 हजार से 3 लाख तक के सिर पर इनामी अपराधी हो जाएं सावधान ,,पटना SSP का फरमान जारी

पटना पुलिस कप्तान कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पटना पुलिस ने कुख्यात और वहीं संपति मुलक अपराधियों पर करवाई के लिए दो लिस्ट तैयार की गई है। संपत्ति मूलक ऐसे अभियुक्त जिनकी गिरफ्तारी के आदेश न्यायालय से नहीं मिले हैं, वैसे आरोपितों को थानों में हर रविवार को हाजिरी लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई है जिससे उनके एक्टिविटी पर नजर रखी जा सके।

इसके अलावा CCA 3 के तहत कोर्ट और जिलाधिकारी के आदेश पर अपराधिक इतिहास,या पिछले 2 वर्ष के अंदर में उनपर चार्जशीट हुआ है या फिर गुंडा पंजी में उनका नाम रजिस्टर्ड है ऐसे अपराधकर्मियों को सप्ताह में दो दिन सोमवार और शुक्रवार को विभिन्न थानों में हाजिरी देनी है यदि इसका अनुपालन आरोपित नहीं करते है तो जिलाधिकारी कोर्ट में उन्हें प्रस्तुत किया जाएगा जिसमें उन्हें 3 माह के लिए पुलिस अभिरक्षा में कारावास का प्रावधान है ।

 हाल में ऐसे कई लोगों को जिलाधिकारी कोर्ट में प्रस्तुत किया गया जिन्हें पहली गलती के तौर पर बंध पत्र भरवा कर छोड़ा गया है यदि ऐसा वो पुनः गलती करते है तो उन्हें जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर कारावास भेजा जा सकता है।

वही ऐसे अपराधकर्मी जो लंबे समय से अपराधिक घटनाओं में शामिल रहे है और वर्तमान में घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं वैसे अपराधकर्मियों पर मुख्यालय , आईजी और ssp स्तर से 25 हजार से 3 लाख तक के इनाम की घोषणा की गई है।

पटना से अनिल की रिपोर्ट