Patna Metro Update: पटना मेट्रो के कॉरिडोर-2 को सबसे पहले शुरू किया जाएगा। पहले चरण में 6.63 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ट्रैक पर दो मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों का निर्माण बेंगलुरु में हो रहा है। राज्य सरकार से 115 करोड़ रुपये की मंजूरी मिलने के बाद बेंगलुरु की एक एजेंसी को पहला ट्रेन सेट बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए आवश्यक सामग्री पटना मंगाई जा चुकी है, और फरवरी से ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पहले चरण में खेमनीचक स्टेशन को किया जाएगा बाइपास
प्रारंभिक चरण में यात्रियों के लिए केवल चार स्टेशनों—मलाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरो माइल और आईएसबीटी—पर चढ़ने-उतरने की सुविधा होगी। खेमनीचक स्टेशन को फिलहाल बाइपास किया जाएगा क्योंकि वहां का निर्माण कार्य तय समय सीमा (15 अगस्त) तक पूरा कर पाना संभव नहीं है। चूंकि यह एक इंटरचेंज स्टेशन है, इसलिए इसका निर्माण कार्य अभी बाकी है।
तीन प्रमुख स्टेशनों का निर्माण कार्य 80% पूरा
पटना मेट्रो के बस डिपो में प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हो चुका है। साथ ही, आईएसबीटी स्टेशन, जीरो माइल और मलाही पकड़ी स्टेशनों का निर्माण कार्य 80% से अधिक पूरा हो गया है। भूतनाथ स्टेशन का निर्माण कार्य भी तेजी से जारी है। पटना मेट्रो परियोजना के पहले चरण का कार्य तेजी से प्रगति पर है और जल्द ही यात्रियों को इसकी सुविधा मिलने लगेगी।
कॉरिडोर-1 और कॉरिडोर-2 में शामिल प्रमुख स्टेशन
कॉरिडोर-1: दानापुर, सगुना मोड़, आरपीएस, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, राजाबाजार, पटना जू, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना स्टेशन, मीठापुर, रामकृष्णा नगर, जगनपुरा और खेमनीचक।
कॉरिडोर-2: पटना स्टेशन, गांधी मैदान, आकाशवाणी, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, मोइन उल हक, राजेंद्र नगर, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी।