Bihar Vidhansabha Session : मैं ओसामा शहाब... मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ने विधानसभा सदस्य के रुप में लिया शपथ, रघुनाथपुर से पहली बार जीते हैं चुनाव

Bihar Vidhansabha Session : राजद के बड़े नेता दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब ने पहली बार विधायक पद की शपथ ली है। उन्होंने बिहार विधानसभा के सदस्य के रुप में शपथ लिया।

ओसामा शहाब
ओसामा शहाब ने ली शपथ - फोटो : News4nation

Bihar Vidhansabha Session : बिहार में नई सरकार के गठन के बाद 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो गया। कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का विधानसभा पोर्टिको में औपचारिक स्वागत किया गया। विपक्षी विधायकों ने तेजस्वी यादव का भी पोर्टिको में स्वागत किया। पहले दिन नव-निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है। राज्यपाल द्वारा नियुक्त प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव शपथ ग्रहण की प्रक्रिया का संचालन कर रहे हैं। शुरुआत मंत्रियों की शपथ से हुई। जिसके बाद सभी विधायक शपथ ले रहे हैं। 

ओसामा ने ली शपथ 

बिहार विधानसभा में इस बार कई नए तो कई ऐसे सदस्य हैं जो पहली बार सदन पहुंचे हैं। जिनमें से एक राजद के पूर्व नेता मोहम्मद शाहबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब भी हैं। ओसामा रघुनाथपुर से राजद की टिकट पर चुनाव जीते हैं। ओसामा ने विधानसभा सदस्य के रुप में शपथ ली है। शाहबुद्दीन के बेटे ने पहली बार राजनीति में कदम रखा है और राजद की टिकट से जीत कर भी आएं हैं

पहली बार जीते हैं चुनाव

सीवान की रघुनाथपुर सीट से पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब ने पहली बार चुनाव लड़ते हुए बड़ी जीत दर्ज की है। 26 राउंड की काउंटिंग के बाद आरजेडी प्रत्याशी ओसामा शहाब को 88,278 वोट मिले, जबकि जेडीयू उम्मीदवार विकास कुमार सिंह को 79,030 वोट हासिल हुए। इस तरह ओसामा ने 9,248 वोटों के अंतर से जीत दर्ज कर अपने राजनीतिक करियर की दमदार शुरुआत की।

क्या राजनीति में नया अध्याय लिख पाएंगे ओसामा?

ओसामा की जीत ने सीवान की राजनीति में एक नए दौर की शुरुआत का संकेत दिया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वे अपने पिता शहाबुद्दीन की विरासत से आगे निकलकर अपनी अलग राजनीतिक पहचान बना पाएंगे? राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जीत के बाद ओसामा के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्षेत्र में विकास, कानून-व्यवस्था की मजबूती और जनहित के मुद्दों पर ठोस काम करना होगा।