फिरौती के लिए मां ने ही करवाया अपने बेटे का अपहरण, पटना पुलिस ने 6 घंटे में किया खुलासा

बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने सबको हैरत में डाल दिया है। एक महिला ने अपने ही बेटे का अपहरण करवाकर पति से 21 लाख रुपये की फिरौती मांग ली। मगर पुलिस की तत्परता ने उसके इस पूरे इरादे पर पानी फेर दिया

फिरौती के लिए मां ने ही करवाया अपने बेटे का अपहरण, पटना पुलि
फिरौती के लिए मां ने ही करवाया अपने बेटे का अपहरण, पटना पुलिस ने 6 घंटे में किया खुलासा- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला ने अपने पति से ₹21 लाख ऐंठने के लिए अपने 11 वर्षीय बेटे के अपहरण की साजिश रच डाली। हालाँकि, दानापुर पुलिस की तत्परता से 6 घंटे के भीतर न सिर्फ बच्चे को सुरक्षित छुड़ा लिया गया, बल्कि इस पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश भी हो गया।

क्या था पूरा मामला?

दानापुर के ताराचक गाँव के रहने वाले सुनील मेहता (आटा-चावल के व्यापारी) का 11 वर्षीय बेटा शनिवार को अचानक लापता हो गया। परेशान पिता को कुछ देर बाद एक अनजान नंबर से फोन आया, जिसमें अपहरणकर्ता ने बच्चे को छोड़ने के बदले ₹21 लाख की फिरौती मांगी।

मां ही निकली साजिशकर्ता

सुनील मेहता की सूचना पर पुलिस हरकत में आई। सिटी एसपी (पश्चिमी) भानु प्रताप सिंह के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई।पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और फिरौती के लिए इस्तेमाल किए गए नंबर की कॉल डिटेल्स खंगाली। कॉल लोकेशन पटना सिटी के आलमगंज इलाके की निकली।

जांच के दौरान जब बच्चे की मां अंजू देवी से सख्ती से पूछताछ की गई, तो वह टूट गईं और सच्चाई सामने आ गई।पुलिस ने तुरंत छापा मारकर बच्चे को पटना सिटी स्थित मौसी के घर से सुरक्षित बरामद कर लिया।

मायके वालों के साथ मिलकर रचा षड्यंत्र

खुलासे में पता चला कि अंजू देवी ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर यह पूरी साजिश रची थी। उनकी योजना पति से पैसे निकलवाकर मायके वालों की आर्थिक मदद करना था।

पुलिस ने इस मामले में कुल पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है

  1. अंजू देवी (बच्चे की मां और मुख्य साजिशकर्ता)
  2. संजू देवी (मौसी)
  3. पंकज कुमार (मौसा)
  4. रोविंस कुमार (मामा)
  5. अनिल कुमार (पड़ोसी, जिसने फिरौती का कॉल किया था)

पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ साजिश और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। सिटी एसपी भानु प्रताप सिंह ने त्वरित कार्रवाई के लिए टीम की सराहना की और कहा कि फिरौती या अपहरण की किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।