Bihar News : पटना में “बिहार: पूर्वोदय में उभरता नेतृत्व” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का होगा आयोजन, सीएम नीतीश सहित कई दिग्गज वक्ता होंगे शामिल, समापन सत्र में राज्यपाल करेंगे शिरकत

Bihar News : पटना में रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी (प्रबोधिनी), एसजीटी विश्वविद्यालय, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना (CIMP) और पब्लिक पॉलिसी रिसर्च सेंटर (PPRC) की ओर से “बिहार: पूर्वोदय में उभरता नेतृत्व” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा

Bihar News : पटना में “बिहार: पूर्वोदय में उभरता नेतृत्व”  व
राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन - फोटो : social media

PATNA : रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी (प्रबोधिनी), एसजीटी विश्वविद्यालय, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना (CIMP) और पब्लिक पॉलिसी रिसर्च सेंटर (PPRC) के संयुक्त तत्वावधान में “बिहार: पूर्वोदय में उभरता नेतृत्व” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 10 जून, 2025 को पटना में किया जा रहा है। यह संगोष्ठी विद्वानों, नीति-निर्माताओं, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और विचारशील नेताओं के बीच संवाद का मंच प्रदान करेगी, जिसमें पूर्वी भारत के विकास पथ में बिहार की भूमिका पर गंभीर चर्चा की जाएगी। 

यह संगोष्ठी ऐसे समय पर हो रही है जब बिहार अपने विकास पथ पर एक निर्णायक मोड़ पर खड़ा है। सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, बिहार लंबे समय से राजनीतिक चेतना का केंद्र रहा है। हालांकि, अधिकांश चर्चाएं व्यक्तियों पर केंद्रित रहती हैं, न कि नीतियों पर। यह संगोष्ठी इस प्रवृत्ति को बदलते हुए शासन, सेवा वितरण और नीति क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिससे बिहार को पूर्वी भारत के एक आदर्श राज्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। पूर्व राज्यसभा सांसद एवं रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी (RMP) के उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, तथा एसजीटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रामबहादुर राय के नेतृत्व में इस पहल की शुरुआत की गई है। कुमोद कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (CAO) सीआईएमपी तथा कमलाकांत पाठक, आयोजन समिति के सदस्य के रूप में शामिल हैं।

डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने जानकारी दी कि विभिन्न क्षेत्रों से विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं एवं शिक्षाविदों को आमंत्रित कर इस विचार को मूर्त रूप दिया गया है। उन्होंने आगे कहा, “पिछले 20 वर्षों से एनडीए सरकार लगातार प्रयासरत है कि बिहार को ‘बीमारू राज्य’ की पहचान से निकालकर एक ‘बेहतरीन राज्य’ (विकास और सुशासन के प्रतीक) के रूप में स्थापित किया जाए।” यह कार्यक्रम बौद्धिक संवाद और बिहार की रणनीतिक भूमिका पर केंद्रित विचार-विमर्श का एक प्रभावशाली मंच सिद्ध होगा। संगोष्ठी में आर्थिक विकास, युवा सशक्तिकरण, ग्रामीण परिवर्तन और नवाचार पर केंद्रित विशेष सत्रों का आयोजन होगा। विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित वक्ता अपने विचार और सुझाव साझा करेंगे, जिससे बिहार की प्रगति को एक नई दिशा मिल सके। साथ ही, नीति निर्माण और ज़मीनी स्तर पर कार्यान्वयन के बीच समन्वय को लेकर भी चर्चा की जाएगी, जिससे समावेशी विकास सुनिश्चित किया जा सके।

यह सेमिनार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटित किया जाएगा, जिनके साथ उपमुख्यमंत्री  सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित रहेंगे। इस सेमिनार में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.वी.आर. सुब्रमण्यम, भारत सरकार के गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री नित्यानंद राय, जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, नीति आयोग के अतिरिक्त मिशन निदेशक आनंद शेखर, YourStory की संस्थापक एवं सीईओ श्रद्धा शर्मा तथा पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के विधि विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. गुरु प्रकाश सहित कई प्रतिष्ठित वक्ता भाग लेंगे। समापन सत्र में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। बताते चलें की वर्ष 1982 से रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी एक स्वैच्छिक संस्था के रूप में प्रशिक्षण, प्रबोधन एवं अनुसंधान के त्रिसूत्रीय आधार पर गत चार दशकों से निरंतर सक्रिय है। यह दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्व एशिया की एक विशिष्ट संस्था है, जिसे संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) द्वारा विशेष परामर्शदाता दर्जा (Special Consultative Status) प्रदान किया गया है।