Bihar Road:पटना के दो बड़े हाईवे अब सीधे जुड़ेंगे,अब फर्राटा भरेंगी गाड़ियाँ, 4 जिलों के लोग होंगे बमबम,लाखों लोगों को मिलेगा फायदा

राजधानी पटना की तस्वीर बदलने की तैयारी ज़ोरों पर है। फतुहा, पटना सिटी, संपतचक, फुलवारीशरीफ़ और पुनपुन जैसे प्रखंडों को जाम से राहत देने और सामाजिक-आर्थिक विकास की रफ़्तार को तेज़ करने की गरज़ से सरकार ने एक अहम पहल की है। ...

Bihar Road
:पटना के दो बड़े हाईवे अब सीधे जुड़ेंगे- फोटो : social Media

Bihar Road:राजधानी पटना की तस्वीर बदलने की तैयारी ज़ोरों पर है। फतुहा, पटना सिटी, संपतचक, फुलवारीशरीफ़ और पुनपुन जैसे प्रखंडों को जाम से राहत देने और सामाजिक-आर्थिक विकास की रफ़्तार को तेज़ करने की गरज़ से सरकार ने एक अहम पहल की है। इस योजना के तहत दीदारगंज से गौरीचक होते हुए पुनपुन तक 23.30 किलोमीटर लंबे तटबंध पथ को चौड़ा करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार ने एनएचएआई के माध्यम से केंद्र सरकार से अनुरोध भी कर दिया है।

इस सड़क के बन जाने से पटना-मोकामा और पटना-गया जैसे दो अहम राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में जुड़ जाएंगे, जिससे आवागमन और व्यापारिक गतिविधियों को नया विस्तार मिलेगा। साथ ही, पुनपुन प्रखंड के रसूलपुर गांव में मोरहर नदी पर एक नया पुल भी बनेगा, जो बाढ़ के समय जनजीवन को सुरक्षित रखने में सहायक होगा।

यह जानकारी शुक्रवार को पटना जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने दी। वे परसा-संपतचक सड़क के एलाइनमेंट और मीठापुर-महुली रैंप निर्माण कार्यों का जायज़ा लेने के लिए निरीक्षण पर निकले थे। उन्होंने ज़िम्मेदार अधिकारियों को भूमि-अर्जन से जुड़ी प्रक्रियाओं को तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि निर्माण कार्यों में कोई विलंब न हो।

परसा-संपतचक सड़क के चौड़ीकरण पर क़रीब 331 करोड़ रुपये ख़र्च किए जा रहे हैं और यह कार्य 6.80 किलोमीटर में संपन्न होगा। इसका सीधा फ़ायदा पुनपुन और संपतचक क्षेत्र की लगभग 10 लाख आबादी को मिलेगा। साथ ही, राजधानी के नए बाईपास पर जाम की समस्या भी समाप्त होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं को अमल में लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण क़दम है। पुल और सड़क परियोजनाएं न केवल यातायात में सहूलियत देंगी, बल्कि स्थानीय व्यापार, कृषि उत्पादों की आवाजाही और रोज़गार के नए अवसरों को भी बढ़ावा देंगी।

डॉ. त्यागराजन ने स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता यह है कि विकास की योजनाएं सिर्फ कागज पर न रहें, बल्कि जमीन पर उतरें और जनता को जल्द से जल्द इनका लाभ मिले। निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण विभाग के अभियंता और भूमि-अर्जन पदाधिकारी भी उपस्थित थे।