Patna Junction: पटना जंक्शन पर अब बदल जाएगा सबकुछ, टाटा पार्क से हटेंगे ऑटो, बनेगा कमांड सेंटर, गड़बड़ किए तो कटेगा चालान

Patna Junction: पटना जंक्शन पर अब सबकुछ बदल जाएगा। पटना मेट्रो का कार्य शुरु होने से पहले पटना जंक्शन को व्यवस्थित किया जा रहा है। वहीं अगर यहां कोई गड़बड़ी करेगा तो चालान काटा जाएगा।

Patna Junction
Patna Junction - फोटो : social media

Patna Junction: पटना जंक्शन और उसके आसपास के इलाके में ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। अब टाटा पार्क में लगी ऑटो पार्किंग को हटाकर पुरानी मल्टीलेवल पार्किंग के पहले तल पर शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा स्टेशन क्षेत्र की निगरानी के लिए मल्टी मॉडल हब में अत्याधुनिक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी बनाया जाएगा।

टाटा पार्क से हटेगा ऑटो पार्किंग

इस संबंध में प्रमंडलीय आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर और ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक हुई। ट्रैफिक पुलिस की ओर से पहले ही टाटा पार्क से ऑटो पार्किंग हटाने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। इससे टाटा पार्क में खड़े रहने वाले करीब 200 ऑटो वहां से हटा दिए जाएंगे। वहीं गोलंबर और आसपास के इलाकों में लगे वेंडरों को भी स्थायी तौर पर हटाया जाएगा।

एक्टिव होगी पुरानी मल्टीलेवल पार्किंग 

पटना जंक्शन के सामने सालों से बेकार पड़ी मल्टीलेवल पार्किंग को अब सक्रिय किया जाएगा। इसे अंडरग्राउंड सब-वे से जोड़ दिया गया है लेकिन अभी आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। नई व्यवस्था पूरी तरह सेट होने के बाद लोग मल्टी मॉडल हब और इस मल्टीलेवल पार्किंग के रास्ते भी स्टेशन आ-जा सकेंगे। साथ ही स्टेशन रोड के वेंडरों को भी पुरानी मल्टीलेवल पार्किंग वाली सड़क के खाली स्थान में शिफ्ट किया जाएगा।

कमांड सेंटर से होगी निगरानी

मल्टी मॉडल हब में बनने वाले कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिए स्टेशन रोड पर होने वाली अवैध वेंडिंग और अतिक्रमण पर नजर रखी जाएगी। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों से मिलने वाली लाइव फीड के आधार पर उसी तरह ई-चालान और ऑनलाइन कार्रवाई की जाएगी। जैसे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर हो रही है। इस क्षेत्र में कैमरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

मेट्रो प्रोजेक्ट से पहले जंक्शन क्षेत्र होगा व्यवस्थित

दरअसल पटना मेट्रो प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले पटना जंक्शन और आसपास के क्षेत्र को व्यवस्थित करने की कोशिश की जा रही है। दो महीने पहले ही जिला प्रशासन ने इलाके का सर्वे कराया था। जिसके बाद यह पूरी कार्य योजना बनाई गई। स्टेशन गोलंबर को भी छोटा किया जाएगा क्योंकि इसी इलाके से मेट्रो लाइन गुजरेगी और मेट्रो स्टेशन भी यहीं बनेगा।