Patna Metro: पटना मेट्रो के अंतिम ट्रायल रन में क्या क्या हुआ, कब मिलेगी हरी झंडी? जानिए

Patna Metro: पटना मेट्रो का बीते दिन अंतिम ट्रायल रन हुआ। इस दौरान मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर (CMRS) जनक कुमार गर्ग ने टीम के तीन राउंड ट्रायल रन का निरीक्षण किया। अगले 3 से 4 दिनों में टीम रिपोर्ट सौंपेगी

पटना मेट्रो
पटना मेट्रो का लास्ट ट्रायल रन - फोटो : social media

Patna Metro:  पटना मेट्रो रेल परियोजना को लेकर सोमवार को बड़ा कदम उठाया गया। मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर (CMRS) जनक कुमार गर्ग ने टीम के साथ 4.50 किमी एलिवेटेड ट्रैक पर 40 किमी की रफ्तार से तीन राउंड ट्रायल रन का निरीक्षण किया। इस दौरान पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल और भूतनाथ मेट्रो स्टेशनों पर उतरकर ट्रैक, सिग्नल, मॉनिटरिंग सिस्टम और यात्री सुविधाओं की बारीकी से जांच की गई।

10 बजे से 5 बजे तक हुआ ट्रायल रन 

सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चले निरीक्षण में बैरिया डिपो में रखरखाव और अन्य तकनीकी पहलुओं की भी समीक्षा हुई। अधिकारियों के मुताबिक, 16 सितंबर को सीएमआरएस टीम ने 22 बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज की थी। सोमवार के निरीक्षण में इन्हीं कमियों की प्रगति जांची गई। टीम तीन-चार दिन में रिपोर्ट भेजेगी। जिसके बाद उद्घाटन की तारीख तय की जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में मेट्रो का उद्घाटन हो सकता है।

मेट्रो में मिलने वाली सुविधाएं

पटना मेट्रो में तीन बोगियां होंगी। हर बोगी में 360° सीसीटीवी कैमरा, दो इमरजेंसी बटन और माइक लगाए गए हैं। इमरजेंसी स्थिति में यात्री बटन दबाकर माइक से सीधे ड्राइवर से बात कर सकेंगे। कंट्रोल रूम में सीसीटीवी से स्थिति की लाइव तस्वीर पहुंचेगी। तीनों बोगियों में 138 यात्री बैठ सकेंगे और 945 खड़े होकर सफर कर पाएंगे।

पहले चरण में 4.50 किमी लंबे ट्रैक पर परिचालन 

पहले चरण में 4.50 किमी लंबे ट्रैक पर परिचालन शुरू होगा। इसके तहत पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशन जुड़े रहेंगे। नवंबर-दिसंबर तक खेमनीचक और मलाही पकड़ी स्टेशन तक मेट्रो पहुंचाने की तैयारी है। पटना मेट्रो का यह पहला संचालन होगा, जिससे शहर के लोगों को आधुनिक सार्वजनिक परिवहन की बड़ी सुविधा मिलने वाली है।