Bihar Politics: चुनाव से पहले राजद की बड़ी तैयारी, इस दिन होने जा रहा 'बड़का खेला', तेजस्वी ने बना लिया प्लान
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टी खुद को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए तैयारी कर रही है। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने भी राजद को लेकर बड़ा प्लान बनाया है। पढ़िए आगे...

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज है। सभी पार्टी चुनावी तैयारी में जुट गई है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संगठनात्मक चुनाव का पहला चरण पूरा हो चुका है। प्राथमिक (बूथ) और पंचायत इकाइयों के चुनाव के साथ ही अब पार्टी दूसरे चरण की ओर बढ़ रही है। 31 मई यानी आज से प्रखंड कमेटियों का चुनाव शुरू होगा। जबकि 5 जून से जिला कमेटियों के लिए मतदान होगा।
राजद की बड़ी तैयारी
राजद के राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चित्तरंजन गगन ने जानकारी दी कि बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों में बूथ और पंचायत स्तरीय चुनाव पूरी पारदर्शिता और पार्टी संविधान के अनुरूप संपन्न हो चुके हैं। इसके बाद प्रखंड डेलीगेट्स की अंतिम सूची का प्रकाशन भी हो गया है। राज्य स्तर पर चुनाव संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉ. तनवीर हसन, ई. अशोक यादव, देव किशुन ठाकुर और सारिका पासवान ने बिहार में, जबकि गिरिधारी यादव और मो. कयामुद्दीन ने झारखंड में डेलीगेट सूची जारी की है। प्रखंड डेलीगेट ही प्रखंड इकाइयों और जिला परिषद के सदस्यों का चुनाव करेंगे
प्रदेश और राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
14 जून से प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं 24 जून को राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों की सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद 5 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए चुनाव होंगे। चित्तरंजन गगन ने दावा किया कि राजद ही ऐसी पार्टी है जो पूरी तरह लोकतांत्रिक तरीके से संगठनात्मक चुनाव करती है।
जगदानंद सिंह के भविष्य पर अटकलें
इस बीच, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के भविष्य को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हैं। जगदानंद सिंह राजद पार्टी के पहले सवर्ण प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनको लेकर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे अपने पद पर बने रहेंगे या बदलाव की बयार उन्हें भी छू लेगी। दरअसल, उपचुनाव के बाद से ही जगदानंद सिंह राजद दफ्तर नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में माना जा रहा है वो प्रदेश अध्यक्ष के पद से हट सकते हैं। वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर लालू प्रसाद यादव की वापसी लगभग तय मानी जा रही है। लालू यादव के नेतृत्व में पार्टी एक बार फिर मजबूत संगठन की ओर बढ़ने की तैयारी कर रही है।