Rohini Acharya : राजद में अंदरूनी कलह के बीच रोहिणी आचार्य का बड़ा बयान, सोशल मीडिया पर ट्विट कर कह दी बड़ी बात
Rohini Acharya : राजद में अंदरूनी कलह के बीच और सोशल मीडिया अकाउंट्स को लॉक-अनलॉक करने के बाद रोहिणी आचार्य ने पहली प्रतिक्रिया दी है। रोहिणी आचार्य ने माँ-बहन-बेटी के सम्मान को लेकर बड़ा बयान दिया है...

Rohini Acharya : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद में अंदरूनी कलह सुर्खियों में बनी हुई है। राजद सुप्रीमो लालू यादव की लाडली बेटी रोहिणी आचार्य ने विवादों के बीच बड़ा बयान दिया है। रोहिणी आचार्य की ट्विट के बाद उठे सियासी हलचल के बीच उन्होंने एक ओर ट्विट किया है। बता दें कि पिछले दो दिनों में रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को पहले प्राइवेट किया, फिर परिवार और पार्टी के सभी सदस्यों को अनफॉलो किया। जिसके 8 घंटे के बाद उन्होंने अपने अकाउंट को फिर पब्लिक किया। वहीं अब रोहिणी आचार्य ने ट्विट कर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि किसी बी माँ बहन बेटी के प्रति अमर्यादित और अभद्र व अश्लील भाषा का प्रयोग ना करें।
रोहिणी का बड़ा बयान
रोहिणी आचार्य ने ट्विट कर कहा कि, "आप सबों को माँ दुर्गा के दिव्यागमन 'महालया' की हार्दिक शुभकामनाएं। देवी माँ आप सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य , शक्ति , भक्ति और आरोग्य लाएं मेरी यही कामना है और आप सब दुर्गा स्वरूपा हरेक माँ - बहन - बेटी के प्रति सम्मान का भाव रखते हुए अमर्यादित , अभद्र व् अश्लील भाषा का प्रयोग कदापि ना करें"
रोहिणी की नाराजगी
बता दें कि रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया से सभी को अनफॉलो कर दिया है रोहिणी आचार्य अब केवल 3 लोगों को फॉलो करती हैं जिनमें एक भी राजनेता या परिवार का सदस्य नहीं है। रोहिणी केवल अपने पति शमशेर सिंह, राहत इंदौरी और द स्ट्रेट्स टाइम्स को फॉलो कर रही हैं। रोहिणी आचार्य के इस कदम से माना जा रहा है कि वो पूरी तरह राजनीति से दूरी बनाने जा रही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रोहिणी पार्टी से इस्तीफा भी दे सकती हैं। रोहिणी आचार्य ने फिलहाल अपने अकाउंट्स को अनलॉक तो कर दिया है लेकिन उन्होंने सभी को अनफॉलो कर लिया है और राजनीति से दूरी बनाती दिख रही हैं।
कैसे शुरु हुआ विवाद
दरअसल, विवाद की शुरुआत बिहार अधिकार यात्रा के दौरान हुई, जब तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव बस की अगली सीट पर बैठे नजर आए। आरजेडी नेताओं का मानना है कि आगे की सीट शीर्ष नेतृत्व के लिए आरक्षित होती है। इस पर सोशल मीडिया यूजर आलोक कुमार की टिप्पणी को रोहिणी ने बिना कुछ लिखे अपने एक्स पर शेयर कर दिया। हालांकि, संजय यादव पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद रोहिणी ने शाम तक एक और पोस्ट कर स्थिति को संभालने की कोशिश की और दो नेताओं की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि “वंचितों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े वर्ग को आगे लाना ही लालू यादव जी के सामाजिक-आर्थिक न्याय के अभियान का मूल मकसद है।”