Ritlal Yadav Raid : राजद विधायक रीतलाल यादव होंगे गिरफ्तार ! बाहुबली MLA की पत्नी का दावा - पति की हत्या की तैयारी, तेजस्वी ने उठाया सवाल

पटना जिले के दानापुर से राजद के टिकट पर विधायक बने रीतलाल यादव को पटना पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. उनके 11 ठिकानों पर हुई छापामारी के बाद रीतलाल यादव के पत्नी ने भी गंभीर आरोप लगाया है. वहीं तेजस्वी यादव भी पुरे मामले में बड़ा बयान दिए हैं.

Ritlal Yadav Raid
Ritlal Yadav Raid- फोटो : news4nation

Ritlal Yadav Raid : लालू यादव के पार्टी राजद से विधायक रीतलाल यादव की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ सकती हैं. पटना पुलिस ने शुक्रवार को उनके कई ठिकानों पर एक साथ छापामारी की थी. अब उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. सूत्रों के अनुसार रीतलाल को गिरफ्तार करने के लिए पटना पुलिस जल्द ही एक और बड़ी कार्रवाई कर सकती है. रीतलाल यादव ने वर्ष 2020 का विधानसभा चुनाव दानापुर से जीता था. उनके खिलाफ हाल में ही एक मामला दर्ज कराया गया जिसके बाद पुलिस ने दल बल के साथ छापामारी की. हालांकि छापामारी के दौरान रीतलाल यादव अपने आवास पर नहीं थे जिस कारण वे पुलिस की पहुंच से दूर रहे. 

इस बीच रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी ने पुलिस छापामारी पर बड़ा सवाल उठाया है. उन्होंने कहा की पुलिस ने उनके पति को परेशान करने के लिए ऐसा किया. उनके घर और अन्य जगहों पर कोने कोने की तलाशी ली गई. बावजूद इसके कुछ नहीं मिला. उन्होंने कथित आरोप लगाया की उन लोगों को डर है की पुलिस रीतलाल यादव की हत्या कर सकती है. पुलिस ने जिस तरह से उनके घर पर छापामारी की मानो वह कोई आतंकी या नक्सली हों. उन्होंने पुलिस की पूरी कार्रर्वाई को राजनीती से प्रेरित बताया. 

तेजस्वी ने उठाया सवाल 

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी शनिवार को रीतलाल यादव पर हुई पुलिस छापामारी को लेकर कहा की बिहार पुलिस पोलिटिकल टूल बनकर काम कर रही है. पुलिस की सेलेक्टिव कार्रवाई हो रही है. उन्होंने मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह का उदाहरन देकर बताया की तबउनके ठिकाने पर छापामारी हुई और एके 47 मिलने का दावा किया गया लेकिन बाद में पुलिस ने कोर्ट ने कहा की कोई सबूत नहीं मिला है. पुलिस को सेलेक्टिव टूल बनकर काम नहीं करना चाहिए. 

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11 जगह छापामारी 

दरअसल, पटना पुलिस, एसटीएफ और बीएमपी की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को राजद विधायक रीतलाल यादव, उनके बिजनेस पार्टनर सुनील महाजन समेत 11 सहयोगियों के विभिन्न ठिकानों पर करीब छह घंटे तक छापेमारी की। यह कार्रवाई खगौल थाना क्षेत्र के कोधवां स्थित विधायक आवास, अभियंतानगर और अन्य स्थानों पर की गई। पुलिस ने इस दौरान कुल 10.5 लाख रुपये नकद, 77.5 लाख रुपये के ब्लैंक चेक, जमीन से जुड़े 14 दस्तावेज व एग्रीमेंट, 17 चेकबुक, पांच स्टांप पेपर, छह पेन ड्राइव और एक वॉकी-टॉकी बरामद किए। ब्लैंक चेक रीतलाल यादव की मुश्किल बढ़ा सकती है। छापेमारी एक केस के सिलसिले में की गई जो 10 अप्रैल को एक स्थानीय बिल्डर द्वारा दर्ज कराया गया था। बिल्डर ने विधायक रीतलाल यादव, सुनील महाजन समेत अन्य पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। 

विधायक ने कार्रवाई को बताया राजनीतिक साजिश

छापेमारी के दौरान विधायक रीतलाल यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "चुनाव से पहले बिहार पुलिस बिना सर्च वारंट और बिना सूचना के मेरे घर छापेमारी कर रही है। मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जा रहा है। यह मेरी राजनीतिक और सामाजिक छवि को धूमिल करने की साजिश है। यह कार्रवाई राजनीतिक द्वेष और ओछी मानसिकता का नतीजा है।"


कौन है रीतलाल यादव 

रीतलाल यादव का नाम कई अपराधिक मामलों में रहा है. वर्ष 2003 में दानापुर में भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या में भी रीतलाल यादव का नाम आया था. बाद में सत्यनारायण सिन्हा की पत्नी आशा सिन्हा  चुनाव में जीत हासिल कर भाजपा से विधायक बनी. वहीं 2010 से ही रीतलाल यादव विधायक बनने का सपना संजोए राजनीती में हाथ आजमाते रहे. अंततः लालू यादव की पार्टी में उनका प्रवेश हुआ. लेकिन इसी बीच वर्ष 2016 में पहली बार एमएलसी का चुनाव जीते. बाद में वर्ष 2020 के विधासभा चुनाव में राजद के टिकट पर दानापुर से चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल की. उस दौरान चुनावी हलफनामा के अनुसार रीतलाल के खिलाफ 33 मामले दर्ज थे।