Bihar News: पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को मिली पैरोल, भारी सुरक्षा में पहुंचे घर, इस कारण मिली बड़ी राहत

Bihar News: पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को पैरोल मिली है। पैरोल पर प्रभुनाथ सिंह घर पहुंच गए हैं। वहीं घर पहुंचते ही भारी समर्थक जुट गए हैं।

Former MP Prabhunath Singh got parole
Former MP Prabhunath Singh got parole- फोटो : social media

Bihar News: बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को पैरोल मिली है। प्रभुनाथ सिंह झारखंड के हजारीबाग जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। वहीं आज भारी सुरक्षा में पैरोल पर घर पहुंचे हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट से डबल मर्डर केस में दोषी ठहराए जा चुके प्रभुनाथ सिंह को उनके छोटे भाई दीनानाथ सिंह के निधन के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति मिली। शुक्रवार की देर रात वह झारखंड से भारी सुरक्षा के बीच अपने गांव मशरक (छपरा) पहुंचे।

भाई को देख रो पड़े प्रभुनाथ

बताया जा रहा है कि प्रभुनाथ सिंह के भाई दीनानाथ सिंह जो खुद भी एक मामले में सजा काट रहे थे, उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था। इलाज के दौरान शुक्रवार को उनका निधन हो गया। शनिवार को डोरीगंज घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम दर्शन के दौरान प्रभुनाथ सिंह भाई का चेहरा देखते ही फफक कर रो पड़े। भावुक क्षणों में उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें सहारा देकर बरामदे में बैठाया गया।

भारी संख्या में पहुंचे समर्थक 

प्रभुनाथ सिंह के घर पहुंचते ही बड़ी संख्या में समर्थक और स्थानीय लोग उनसे मिलने पहुंचे। गांव में भारी भीड़ और सुरक्षाबलों की तैनाती देखी गई। माना जा रहा है कि अंतिम संस्कार के बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया जाएगा।

इस मामले में काट रहे सजा

गौरतलब है कि 1995 के विधानसभा चुनाव के दौरान छपरा के मसरख में एक मतदान केंद्र पर दो लोगों  दारोगा राय (47) और राजेंद्र राय (18) – की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोप है कि प्रभुनाथ सिंह के समर्थक उम्मीदवार को वोट न देने के कारण दोनों की हत्या की गई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

लालू यादव के करीबी 

प्रभुनाथ सिंह तीन बार महाराजगंज से लोकसभा सांसद रह चुके हैं और उनका राष्ट्रीय राजनीति में खासा दबदबा रहा है। वे कभी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते थे। उनके भाई दीनानाथ सिंह भी राजनीति से जुड़े रहे और एक मामले में सजा भुगत रहे थे। उनका दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया। पुलिस और जेल प्रशासन की निगरानी में प्रभुनाथ सिंह को पैरोल पर छोड़ा गया है। सुरक्षा कारणों के चलते उनके आने-जाने और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर विशेष नजर रखी जा रही है।