Bihar News: पढ़ाई छोड़ बमबाजी में तब्दील हुआ बीएन कॉलेज, रोहतास का सुजीत बना 'शिक्षा' का शहीद

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के बीएन कॉलेज में मंगलवार, 13 मई 2025 को आंतरिक परीक्षा के दौरान हुई बमबाजी की दिल दहला देने वाली घटना ने एक मासूम छात्र की जिंदगी छीन ली।

 BN College died a painful death during treatment
रोहतास का सुजीत बना 'शिक्षा' का शहीद- फोटो : reporter

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के बीएन कॉलेज में मंगलवार, 13 मई 2025 को आंतरिक परीक्षा के दौरान हुई बमबाजी की दिल दहला देने वाली घटना ने एक मासूम छात्र की जिंदगी छीन ली। रोहतास जिले के दिनारा, भलुनी धाम निवासी धर्मेंद्र पांडे के पुत्र सुजीत पांडे (उर्फ कुशल राज) इस सनसनीखेज वारदात का शिकार बने। बम विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हुए सुजीत की इलाज के दौरान डेहरी के जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। इस घटना ने न केवल कॉलेज प्रशासन को हिलाकर रख दिया, बल्कि पूरे बिहार में कानून-व्यवस्था और कैंपस सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या हुआ था उस दिन?

मंगलवार को बीएन कॉलेज में सर्टिफाइड इंटरनल ऑडिटर (CIA) की आंतरिक परीक्षा चल रही थी। इसी दौरान दो छात्र गुटों के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस शुरू हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। स्थिति तब और बेकाबू हो गई, जब कुछ छात्रों ने देसी बमों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। दोपहर करीब 12:45 बजे पहला धमाका परीक्षा भवन के कॉरिडोर में हुआ, जिससे पूरे कैंपस में दहशत फैल गई। कुछ ही मिनटों बाद दूसरा बम फेंका गया, जो कॉलेज गेट के पास लोहे के ग्रिल और दीवार से टकराया। इसी बम का एक टुकड़ा सुजीत पांडे के सिर में जा लगा, जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े।

सुजीत की हालत थी गंभीर, नहीं बचा सके डॉक्टर

घटना के तुरंत बाद पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने सुजीत को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल  पहुंचाया, जहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए डेहरी के जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। डॉक्टरों के मुताबिक, सुजीत के सिर में गहरी चोट और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से उनकी हालत बेहद गंभीर थी। तमाम कोशिशों के बावजूद बुधवार को उनकी मौत हो गई।

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कौन था सुजीत पांडे?

सुजीत पांडे, बीएन कॉलेज के हिस्ट्री डिपार्टमेंट में चौथे सेमेस्टर का छात्र था। रोहतास जिले के दिनारा, भलुनी धाम गांव का निवासी सुजीत अपने परिवार का होनहार बेटा था। वह अपनी पढ़ाई के लिए पटना आया था और अपने सपनों को पूरा करने की राह पर था। लेकिन इस दर्दनाक हादसे ने उसके परिवार को गहरे सदमे में डुबो दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और गांव में मातम का माहौल है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

घटना की सूचना मिलते ही पिरबाहोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। सुजीत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सासाराम के सदर अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि बमबाजी छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा थी। पुलिस ने कई संदिग्ध छात्रों को हिरासत में लिया है और कॉलेज के हॉस्टल से बम बनाने का सामान भी बरामद किया है। पिरबाहोर थाना के एसएचओ अब्दुल हलीम ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

कॉलेज बंद, हॉस्टल खाली, प्रशासन पर सवाल

इस घटना के बाद बीएन कॉलेज को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। कॉलेज हॉस्टल पूरी तरह खाली करा लिया गया है, क्योंकि प्रशासन को डर है कि सुजीत की मौत के बाद छात्रों में और उग्र प्रदर्शन हो सकता है। छात्रों ने घटना के बाद प्राचार्य के चैंबर में तोड़फोड़ की और अशोक राजपथ को जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कॉलेज प्रशासन पर यह सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद कैंपस में सुरक्षा के क्या इंतजाम थे?

पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, बीएन कॉलेज में दो छात्र गुटों के बीच लंबे समय से वर्चस्व की जंग चल रही थी। कुछ स्थानीय लोगों और हॉस्टल के छात्रों के बीच भी तनाव की खबरें थीं। इस घटना ने बिहार के शिक्षण संस्थानों में बढ़ती गुंडागर्दी और असुरक्षा को उजागर किया है। पिछले कुछ महीनों में पटना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल और कैंपस में कई बार बमबाजी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।

रिपोर्ट- रंजन कुमार