Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : बिहार के चुनावी ‘महाभारत’ में ‘संजय’ रचेंगे चक्रव्यूह, नीतीश या तेजस्वी किसकी करेंगे बेड़ा पार
: बिहार के विधानसभा चुनाव में 'संजय' राजनीतिक धुरी बने हुए हैं. एक संजय का नीतीश पर तो दुसरे का तेजस्वी पर असर है........पढ़िए आगे

PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बहुत जल्द बजने वाली है। इसके बाद सियासी जंग फतह करने की कवायद तेज हो जाएगी। लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव जो दो मुख्य योद्धा है यानी नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव। उनकी सियासी रणनीतियों में ‘संजय’ की अहम् भूमिका होगी। जी हां, एक हरियाणा वाले संजय यादव, जो तेजस्वी यादव के सलाहकार माने जाते हैं। दुसरे हैं संजय झा, जो मधुबनी के रहनेवाले हैं और फिलहाल जदयू की कमान संभाल रहे हैं। संजय कुमार झा नीतीश कुमार के खास और करीबी नेता माने जाते हैं। तक़रीबन हर मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साये की तरह रहनेवाले संजय झा छात्र जीवन से उनके संपर्क में रहे हैं। आज भी जदयू के हर बड़े और छोटे निर्णयों में संजय झा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
संजय कुमार झा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत भाजपा से की थी और भाजपा में रहते हुए ये विधान पार्षद भी चुने गए थे। बाद में ये जदयू से जुड़ गए। वर्तमान में ये जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। कहा जाता है की संजय झा भी एक अहम कड़ी थे। जिनकी वजह से भाजपा से नीतीश कुमार की नजदीकियां बढ़ी। संजय झा भाजपा नेता अरुण जेटली के करीबी माने जाते थे। जो बाद में नीतीश कुमार के भी करीबी हो गए। भाजपा के साथ संबंधों को मजबूत करने अरुण जेटली का अहम रोल था। यह वजह रही की नीतीश कुमार ने अरुण जेटली की प्रतिमा पटना में स्थापित कराई है। बाद के राजनीतिक सफ़र में संजय झा ने बिहार सरकार में जल संसाधन और सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री के रूप में कार्य किया। वे बिहार विधान परिषद के सदस्य भी थे। फरवरी 2024 में वे बिहार से बशिष्ठ नारायण सिंह के स्थान पर जनता दल (यूनाइटेड) से निर्विरोध राज्यसभा के सदस्य चुने गए थे।
बता दें की इसके अलावा ये राज्य योजना पर्षद के सदस्य भी रह चुके हैं। संजय झा की एक साफ छवी वाले नेता माने जाते हैं और इनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। संजय झा ने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी दरभंगा से ही जदयू के टिकट पर चुनाव लडने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन यह सीट भाजपा के कोटे में चली गई और इस कारण ये चुनाव नहीं लड़ पाए। साल 2014 में हुए लोकसभा आम चुनाव में संजय झा ने जदयू के टिकट पर दरभंगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और उस समय भी हार का सामना करना पड़ा था। मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम गांव के रहने वाले संजय झा ने जेएनयू विवि दिल्ली से इतिहास में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है।
इसी तरह हरियाणा के रहनेवाले संजय यादव फिलहाल राज्यसभा सदस्य है। लालू परिवार में इनका बेहद दखल माना जाता है। माना जाता है की तेजस्वी के सियासी निर्णयों में संजय यादव की अहम भूमिका होती है। गाहे बगाहे लालू परिवार में संजय यादव के दखल अंदाजी से दुसरे सदस्य नाराज भी हो जाते हैं। इशारों इशारों में उन्हें जयचंद भी कहा गया।