Smart Meter: प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर में बैलेंस खत्म होने पर भी सात दिनों तक बिजली की आपूर्ति जारी रहेगी। बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं से अपील किया है कि वे साइबर ठगों के झांसे में न आएं और अपने मीटर की बैलेंस स्थिति की जांच केवल अधिकृत प्लेटफॉर्म्स से करें। विभाग ने उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे मीटर रिचार्ज सुविधा ऐप, बिजली कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या अधिकृत केंद्रों से ही करें।
साइबर ठगों के नए-नए तरीके
हाल के दिनों में साइबर अपराधियों द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को ठगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ये ठग व्हाट्सएप, एसएमएस और कॉल के जरिए नकली लिंक भेजकर उपभोक्ताओं को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। ठग फोन या मैजेस के माध्यम से कहते हैं कि "आपका मीटर रिचार्ज करना जरूरी है, वरना बिजली काट दी जाएगी।" "सरकार की नई योजना के तहत आपका बकाया बिल माफ हो सकता है, लिंक पर क्लिक करें।" "बिजली बिल में भारी छूट पाने के लिए तुरंत भुगतान करें।" विभाग ने कहा है कि इस तरह के मैसेज से प्रभावित होकर उपभोक्ता अज्ञात लिंक पर क्लिक कर अपनी बैंकिंग और व्यक्तिगत जानकारी साझा कर देते हैं, जिससे उनके बैंक खाते से पैसे उड़ाए जा सकते हैं।
अधिकृत माध्यमों से ही करें बिल का भुगतान
बिजली कंपनी ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे सिर्फ अधिकृत प्लेटफॉर्म्स से ही बिजली बिल का भुगतान करें। बिजली कंपनी की वेबसाइट: nbpdcl.co.in / sbpdcl.co.in सुविधा ऐप (जल्द ही OTP के साथ लॉगिन की सुविधा)। या विद्युत कार्यालय काउंटर एवं वसुधा केंद्र में जाकर बिल का भुगतान करें। ग्राम क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कलेक्शन और साप्ताहिक बिल संग्रह शिविर भी चलाया जा रहा है।
विभाग की सख्त हिदायत
बिजली उपभोक्ता सतर्क रहें, साइबर ठगी से बचें। अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें। किसी को भी अपना OTP, बैंक डिटेल्स या UPI पिन न बताएं। अगर कोई व्यक्ति बिजली विभाग का अधिकारी बनकर कॉल करे, तो उसकी पहचान सत्यापित करें। संदेह होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।
ऊर्जा विभाग की अपील
ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। साइबर ठग बिजली बिल भुगतान, मीटर अपडेट और बिल माफी के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। “हम उपभोक्ताओं से आग्रह करते हैं कि वे केवल अधिकृत प्लेटफॉर्म से ही बिजली सेवाओं का उपयोग करें और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज की तुरंत शिकायत करें। जल्द ही सुविधा ऐप को OTP आधारित लॉगिन से जोड़ा जाएगा, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति उपभोक्ता की जानकारी हासिल न कर सके।”
लगातार बढ़ रहे मामले
बिजली उपभोक्ताओं को साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है। केवल अधिकृत वेबसाइट, ऐप या बिजली कार्यालयों से ही भुगतान करें और कोई भी संदिग्ध कॉल या लिंक मिलने पर सतर्क होकर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।