Tej Pratap Yadav: तेज प्रताप यादव की रीलबाजी पड़ी भारी, काशी विश्वनाथ धाम के निषिद्ध क्षेत्र में शूटिंग से मचा बवाल
Tej Pratap Yadav: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर विवादों और संभावित कानूनी कार्रवाई के घेरे में आ गए हैं।

Tej Pratap Yadav: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर विवादों और संभावित कानूनी कार्रवाई के घेरे में आ गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम के प्रतिबंधित रेड ज़ोन क्षेत्र में बिना अनुमति वीडियो (रील) बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जो मंदिर सुरक्षा प्रोटोकॉल का स्पष्ट उल्लंघन माना जा रहा है।
वीडियो में तेज प्रताप यादव मंदिर के गर्भगृह के बाहर खड़े दिखाई देते हैं, जहां आम श्रद्धालुओं का वीडियो बनाना न केवल वर्जित है, बल्कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा नीति के विरुद्ध एक दंडनीय कृत्य भी है। इस वीडियो में उनके साथ सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों की मौजूदगी ने मंदिर प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
काशी विश्वनाथ धाम के सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि रेड ज़ोन में वीडियो रिकॉर्डिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है और इस तरह की लापरवाही पवित्र स्थल की मर्यादा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सांस्कृतिक संप्रभुता को खतरे में डाल सकती है।
मंदिर प्रशासन ने सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस को जांच में शामिल करते हुए जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए हैं। यदि जांच में सुरक्षा में चूक या नियमों की अवहेलना साबित होती है, तो संबंधित पक्षों के खिलाफ विधिसम्मत दंडात्मक कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
बता दें कि तेज प्रताप यादव हाल ही में अपने पिता लालू यादव द्वारा राजद से निष्कासित किए जा चुके हैं, और तब से वे लगातार विवादित गतिविधियों के कारण चर्चा में हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर जैसी संवेदनशील धार्मिक और राष्ट्रीय महत्व की आस्था-स्थली पर नियमों की अवहेलना कर रील बनाना, उन्हें गंभीर कानूनी जटिलताओं में फंसा सकता है।
कानूनी संभावनाएं:धार्मिक स्थलों की मर्यादा भंग करना (भारतीय दंड संहिता की धारा 295A के अंतर्गत मामला बन सकता है),सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन,लोक सेवकों की मौजूदगी में नियम तोड़ना, जो प्रशासनिक चूक की भी जांच का विषय बनता है।