Bihar Politics: तेजस्वी यादव को लगा बड़ा झटका, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस बड़े नेता ने छोड़ा राजद का साथ, BJP में शामिल
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है। चुनाव से कुछ महीने पहले ही राजद के बड़े नेता ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है और बीजेपी का दामन थाम लिया है...

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज तो है हीं..साथ ही नेताओं का एक पार्टी छोड़ दूसरे पार्टी में जाने का दौर भी शुरु हो गया है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है। तेजस्वी यादव के पार्टी के बड़े नेता ने उनका साथ छोड़ दिया है और बीजेपी का दामन थाम लिया है। चुनाव से पहले राजद के लिए यह बड़ा झटका है। एक ओर जहां तेजस्वी यादव सभी नेताओं कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर मजबूती से काम करने की सलाह दे रहे हैं वहीं एक के बाद एक नेता उनका साथ छोड़ रहे हैं।
बीजेपी का थामा दामन
मिली जानकारी अनुसार जहानाबाद जिले के वरिष्ठ और प्रभावशाली राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता डॉ. अजीत यादव शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। उन्होंने पटना स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में करीब 300 समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
पार्टी पर लगाया आरोप
मीडिया से बातचीत में डॉ. यादव ने कहा कि उन्होंने वर्षों तक राजद के लिए मेहनत की लेकिन पार्टी ने कभी उन्हें और उनके पिता को उचित सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि, “मेरे पिता सुरेश यादव भी राजद के समर्पित कार्यकर्ता थे लेकिन पार्टी में उन्हें उनकी मेहनत का प्रतिफल नहीं मिला। जब मेरे पिता को कुछ नहीं मिला तो मेरे लिए भी कोई भविष्य नहीं दिखा। भाजपा ने मुझे और मेरे समर्थकों को सम्मान दिया इसलिए मैंने यह फैसला लिया।” डॉ. यादव ने बताया कि यह कार्यक्रम पहले जहानाबाद में बड़े स्तर पर आयोजित होने वाला था लेकिन भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सोहन प्रसाद उर्फ कक्कू जी के आकस्मिक निधन के कारण इसे पटना में आयोजित किया गया।
जहानाबाद में मजबूत पकड़
डॉ. अजीत यादव जहानाबाद जिले में न सिर्फ आरजेडी के वरिष्ठ नेता रहे हैं बल्कि एक सफल उद्योगपति और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी उनकी पहचान रही है। स्थानीय राजनीति में वे मजबूत चेहरा माने जाते हैं और युवाओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है।
चुनावी माहौल में BJP को बढ़त
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। हाल के दिनों में भाजपा में विपक्षी दलों के कई बड़े नेता शामिल हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की विपक्षी राजनीति में इस समय भाजपा अपने संगठन को और मज़बूत करने में जुटी है जिससे विधानसभा चुनाव में उसे बड़ा फायदा मिल सकता है।