Bihar News: मुख्यमंत्री स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में फंसा छात्रों का भविष्य

Bihar News: CM की महत्वाकांक्षी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पटना समेत राज्य के कई जिलों से शिकायतें सामने आ रही हैं कि योजना के तहत छात्र-छात्राओं को लोन की किस्त की राशि समय पर नहीं मिल रही

Bihar News: मुख्यमंत्री स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में फंस
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड - फोटो : News4nation

Bihar :  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पटना समेत राज्य के कई जिलों से शिकायतें सामने आ रही हैं कि योजना के तहत छात्र-छात्राओं को लोन की किस्त की राशि समय पर नहीं मिल रही, जिससे उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।

गया की छात्रा अनुपमा पुष्कर ( हल्दिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में पढाई करती है ) ने बताया कि उन्हें इस योजना के तहत लोन स्वीकृत हो चुका है, 

लेकिन अब तक उनके खाते में 4th सेमेस्टर का किस्त की राशि नहीं आई। अनुपमा का कहना है कि पैसों की कमी के कारण परीक्षा फॉर्म भरना तक मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा,“कॉलेज बार-बार परीक्षा फॉर्म की अंतिम तारीख बता रहा है, लेकिन अकाउंट में पैसे नहीं आने से हम असहाय हो गए हैं।”अधिकारी कह रहे – फंड नहीं है    

अनुपमा के पिता का आरोप है कि जब संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करते हैं, तो उन्हें एक ही जवाब मिलता है — “फंड नहीं है”। कई छात्रों का कहना है कि महीनों से वे दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं हो रहा।

शिक्षा मंत्री का दावा – सरकार के पास पर्याप्त फंड

वहीं, इस पूरे मामले पर बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार  से जब सवाल किया गया तो मंत्री जी का बयान बिल्कुल अलग है। उन्होंने साफ कहा है कि“सरकार के पास मुख्यमंत्री स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए पर्याप्त फंड उपलब्ध है। किसी भी छात्र को राशि की कमी के कारण परेशान नहीं होना चाहिए।”

शिक्षा मंत्री के इस बयान के बाद बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि अगर फंड मौजूद है तो छात्रों के खातों में पैसे क्यों नहीं पहुंच रहे? क्या कहीं प्रशासनिक लापरवाही है या फिर सिस्टम में गंभीर खामियां?छात्रों का कहना है कि यह योजना गरीब और मध्यम वर्ग के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई थी, लेकिन आज वही छात्र सबसे ज्यादा परेशान हैं।अब जरूरत जवाबदेही की

मुख्यमंत्री स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जुड़े इस विरोधाभास — 

अधिकारियों का “फंड नहीं” कहना और मंत्री का “पर्याप्त फंड” का दावा — ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में कब तक ठोस कदम उठाती है और छात्रों को उनका हक कब तक मिलता है।

फिलहाल, पटना समेत पूरे बिहार के हजारों छात्र राशि के इंतजार में भविष्य को लेकर चिंतित हैं। 

क्या है  बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना

बिहार सरकार की एक शैक्षिक ऋण योजना है जिसका उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा (Higher Education) के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लेकर किए जा रहे बड़े-बड़े दावों में ब्याज मुक्त शिक्षा लोन, लोन की अधिकतम सीमा बढ़ाने और भुगतान अवधि को लचीला बनाने को सबसे बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है। सरकार का दावा है कि इन फैसलों से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को राहत मिलेगी और वे बिना पैसों की चिंता किए उच्च शिक्षा जारी रख सकेंगे। सरकार इसे युवाओं के भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बता रही है।वही ,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव 2025 से पहले घोषणा की है कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत छात्रों को अब बिना किसी ब्याज के लोन मिलेगा। यानी अब मूलधन पर ब्याज नहीं लगेगा — पहले सामान्य छात्रों को 4% और कुछ श्रेणियों को 1% ब्याज देना पड़ता था।