Bihar Police - साइबर क्राइम और नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने के लिए पुलिस विभाग में दो नई यूनिट का होगा गठन, प्रस्ताव पर सरकार ने लगाई मुहर
Bihar Police - बिहार पुलिस ने साइबर क्राइम और नशे के धंधे पर रोक लगाने के लिए दो अलग यूनिट बनाने का फैसला लिया है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार यह बिहार का अपना नारोकोटिक्स यूनिट होगा।

Patna - बिहार पुलिस ने साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने और शराब समेत नशीली दवाओ और मादक पदार्थों पर नियंत्रण के लिए दो अलग-अलग इकाइयों का गठन किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव पर सरकार ने अपनी मुहर लगा दी है और जल्द ही इसे कैबिनेट में लाया जाएगा।
ADG ने दी जानकारी
इस बात की जानकारी देते हुए एडीजी मुख्यालय ने बताया कि साइबर क्राइम कम साइबर सिक्योरिटी यूनिट के अलावा प्रोहिबिशन और नशीली दवाओ पर नियंत्रण के लिए स्टेट एंटी नारकोटिक कम प्रोहिबिशन यूनिट के गठन का फैसला लिया गया है । उन्होंने बताया कि अब तक यह ईओयू और सीआईडी के द्वारा देेखा जा रहा था।
नारकोटिक यूनिट का गठन
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि फिलहाल नशीली दवाओ पर नियंत्रण के लिए एसटीएफ की टीम अप्रैल महीने से ही काम कर रही है। लेकिन इसको और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नारकोटिक् यूनिट के गठन का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस साल जनवरी से हमलोगों ने एक टीम बनाई थी, जिसका मुख्य काम नशीले पदार्थ का पता करना था, जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। चार महीने में इसको लेकर कई जानकारी मिली। यह पता चला कि बिहार में नेपाल,झारखंड और यूपी से यह बिहार पहुंच रहे हैं। जिसके बाद हमलोगों ने कई जगहों में इस्तेमाल किया जा रहा है।
साइबर क्राइम पर लगाम
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने के लिए आर्थिक अपराध इकाई पहले से ही काम कर रही है लेकिन अब अलग यूनिट के काम करने से साइबर क्राइम की घटनाओं पर सख्त तरीके से अंकुश लगाया जा सकेगा।
पटना में मां-बेटी की हत्या को बताया पड़ोसियों से लड़ाई का परिणाम
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि राज्य में हत्या की घटनाएं बढ़ी है। कुंदन कृष्णन ने बताया कि रेप और गैंगरेप की घटनाएं बड़ी है लेकिन यह अप्रत्याशित नहीं है। पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र में मां बेटी के हुए दोहरे हत्याकांड को एडीजी मुख्यालय ने आस-पास पड़ोस की लड़ाई का परिणाम बताया है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट