Vaibhav Suryavanshi - इंडिया अंडर-19 टीम के साथ इंग्लैंड गए वैभव सूर्यवंशी ने छोड़ दिया लिट्टी चोखा खाना, पिता ने बताया कारण

Vaibhav Suryavanshi - बिहार के रहनेवाले वैभव सूर्यवंशी भारत की अंडर 19 क्रिकेट टीम के साथ इंग्लैंड में हैं। जहां उनके खेल से पहले उनके खाने को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। वैभव ने अपना फेवरेट लिट्टी चोखा खाना छोड़ दिया है।

Vaibhav Suryavanshi - इंडिया अंडर-19 टीम के साथ इंग्लैंड गए

Patna - बिहार में लिट्टी चोखा खाना कितना कितना पसंद किया जाता है। यह बताने की जरूरत है। बिहार के रहनेवाले हर लोगों का खाने में यह पसंदीदा डिश है। आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन करनेवाले 14 साल के वैभव सूर्यवंशी भी इनमें से एक है। समस्तीपुर के रहनेवाले वैभव को चिट्टी चोखा खाना बेहद पसंद है। लेकिन अब उन्होंने लिट्टी चोखा खाना छोड़ दिया है। वैभव के इस निर्णय को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। 

वैभव फिलहाल इंग्लैंड में हैं, जहां वह भारत की अंडर-19 टीम के साथ सीरीज खेलने गए हैं। जहां वह अपनी फिटनेस को लेकर खासा ध्यान दे रहे हैं। वैभव चाहते हैं कि उनका फिटनेस बेहतर बना  रहे। उनका वजन ज्यादा न बढ़े, इसके कारण उन्होंने लिट्टी चोखा खाना छोड़ दिया। और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए वैभव नया डाइट प्लान फॉलो कर रहे हैं। 

पिता ने बताया - बेटे का फेवरेट खाना

वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि उनके बेटे वैभव को पहले चिकन-मटन और लिट्टी-चोखा जैसे खाने बहुत पसंद थे. लिट्टी-चोखा तो उनके लिए उनकी सबसे फेवरेट डिश रही है, जो बिहार के ज्यादातर लोगों की पसंद मानी जाती है, लेकिन अब वो इस डिश से दूरी बना चुके हैं।संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि वैभव की डाइट अब काफी संतुलित हो चुकी है। वो अब सिर्फ नपा-तुला और हेल्दी खाना खाते हैं। उनके पिता के मुताबिक, "वजन बढ़ने की आशंका को देखते हुए हमने उसकी डाइट में बदलाव किया है। वो अब वही खाता है जो उसकी फिटनेस और गेम के लिए जरूरी है।

इंग्लैंड की पिच पर पहली बार खेलेंगे वैभव

वैभव सूर्यवंशी इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 टीम के खिलाफ रेड-बॉल मैच में शानदार शतक लगाया था। अब सबकी निगाहें इंग्लैंड दौरे पर हैं, जहां वैभव पहली बार खेलने उतरेंगे। वहां की पिचें, हालात और चुनौतियां अलग होंगी, लेकिन वैभव की तैयारी पूरी है।
 भारतीय फैंस को उनसे इंग्लैंड दौरे पर बड़ी उम्मीदें हैं, और अगर सब कुछ ठीक रहा तो यह दौरा भी उनके करियर का एक और ऐतिहासिक पल बन सकता है।