शातिर साइबर ठग गिरफ्तार; 'मकड़जाल' बुनकर पीड़ितों को ही बना देता था मुजरिम, लाखों की हेराफेरी करनेवाला शातिर ठक ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
मुंगेर से गिरफ्तार हुआ शातिर साइबर ठग अलीयान हसन। दोस्ती कर फंसाता था, फिर पीड़ितों के खाते का इस्तेमाल कर बुनता था ठगी का मकड़जाल। गेमिंग सेटअप के नाम पर 24 लाख और ताजा मामले में 3 लाख की ठगी। पढ़िए पूरी क्राइम कुंडली...
Bhagalpur - भागलपुर साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर एक बड़े साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान मुंगेर जिले के जमालपुर (बलिपुर न्यू कॉलोनी) निवासी अलीयान हसन (पिता मो. नूर हसन) के रूप में हुई है। उस पर करीब 28 लाख रुपये से अधिक की ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल बरामद किया है और अब उसके नेटवर्क को खंगाल रही है।
नए मामले से खुली पुरानी परतें
मामले की शुरुआत 23 मार्च 2025 को हुई, जब भागलपुर के अरविंद कुमार मंडल ने साइबर थाने में आवेदन देकर 3 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई (कांड संख्या 28/25)। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने इंटरसेप्टेड डेटा और तकनीकी निगरानी के आधार पर जमालपुर में छापेमारी कर मुख्य आरोपी को दबोच लिया।
ठगी का अनोखा 'मॉडल': एक पीड़ित के पैसे से दूसरे को फंसाया
जांच में आरोपी का बेहद शातिर तरीका सामने आया है। वह लोगों से दोस्ती कर उन्हें विश्वास में लेता था। जमालपुर के पीड़ित शुभम कुमार ने बताया कि आरोपी ने उन्हें गेमिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर का बिजनेस सेट करने का लालच दिया। इसके नाम पर उसने धीरे-धीरे 24 लाख 78 हजार 645 रुपये (जमालपुर थाना कांड सं. 61/25) ठग लिए। उसे दिल्ली ले जाकर और पैसे मांगे, लेकिन सिस्टम नहीं दिया।
जब शुभम ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी ने भागलपुर के नए शिकार (अरविंद कुमार मंडल) से 1 लाख रुपये ठगकर शुभम के खाते में डलवा दिए। इससे अरविंद की शिकायत पर बैंक ने शुभम का खाता फ्रीज कर दिया। इस तरह वह एक 'मकड़जाल' बुनता था, जहां एक पीड़ित का पैसा दूसरे के खाते में डालकर उन्हें ही पुलिस और बैंक की नजर में संदिग्ध बना देता था।
इंटरनेशनल कनेक्शन और अकूत संपत्ति का शक
पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपी के मोबाइल और डिजिटल डिवाइस का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही है। पीड़ितों का दावा है कि यह एक इंटरनेशनल ठग गिरोह का सदस्य है, जिसके तार कई जगहों से जुड़े हैं और इसने अपराध से अकूत संपत्ति अर्जित की है। पुलिस अब इसके सहयोगियों और वित्तीय लेन-देन की गहराई से जांच कर रही है ताकि पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश हो सके।
रिपोर्ट: बालमुकुंद कुमार, भागलपुर