Bihar Vidhan Sabha: बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है। शीतकालीन सत्र का आज पांचवा और आखिरी दिन है। आखिरी दिन सदन की कार्यवाही हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने के लिए तैयार है। शीतकालीन सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतीश सरकार को घेर रहे हैं। चौथे दिन भी सदन में हंगामा देखने को मिला वक्फ बोर्ड से लेकर कई मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरा। साथ ही डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। वहीं चौथे दिन सदन में विपक्ष ने सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर भारी बवाल काटा।
चौथे दिन की कार्यवाही सीटिंग अरेंजमेंट और स्मार्ट मीटर के भेंट चढ़ गई। वहीं चौथे दिन भी सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव में इशारों-इशारों में बातचीत भी हुई। वहीं विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव बीते दिन काफी गुस्से में दिखे। दरअसल, चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर ने विपक्ष के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। विधायक सदन के भीतर वेल में आकर हंगामा करने लगे।
राजद विधायक भाई विरेंद्र सीएम नीतीश की कुर्सी तक पहुंच गए। विधानसभा अध्य़क्ष ने भाई विरेंद्र को रोका उन्होंने गुस्से में उन्हें वापस जाने के लिए भी कहा। विपक्ष के हंगामे पर विधानसभा अध्यक्ष ने गुस्से में कहा कि ‘सुन लीजिए इसके गंभीर परिणाम हो जाएंगे, बैठ जाइए। अव्यवस्था मत फैलाइए। लेकिन भाई विरेंद्र नहीं रुके बल्कि आगे बढ़ते गए।
वहीं इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष मार्शल को आदेश दिया कि ‘बाहर निकालो यहां से इन्हें। जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। वहीं तेजस्वी यादव ने आसन के सामने प्रदर्शन कर रहे अपने विधायकों का पक्ष रखते हुए कहा कि, उनके विधायक सरकार को चेताने के लिए सदन में उठकर आसन के पास गए। तेजस्वी ने कहा कि, सदन नियम से नहीं चल रहा है। सरकार नियम से ऊपर हो गई है। इसको लेकर विधायकों में रोष था।
राजद विधायकों ने सरकार की आंख खोलने के लिए कि ऐसा है। उन्होंने कहा कि जब कोई कहीं जाकर बैठक सकता है तो हमलोग भी मंत्रियों की कुर्सी पर जाकर बैठ सकते हैं। तो आंख खोलने के लिए, सचेत करने के लिए विधायकों द्वारा ये किया गया। कोई कहीं गया नहीं.. आरजेडी एमएलए भाई वीरेंद्र भी सीएम नीतीश की कुर्सी के पास जाकर खड़े थे बैठे नहीं थे। केवल सचेत करने के लिए गए।