PATNA : देश के लगभग 9 राज्यों में महिलाओं के लिए कैश ट्रांसफर योजना की शुरुआत की गयी है। यह योजना खासकर विधानसभाओं के चुनाव में गेम चेंजर साबित हो रही है। फ़रवरी 2025 में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव कराये जायेंगे। इसके पहले ही सरकार ने महिलाओं के कैश ट्रांसफर योजना की शुरुआत कर दी है। इसी साल के अंत में बिहार में भी विधानसभा के चुनाव होंगे। जिसके मद्देनजर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पहले ही माई बहिन योजना का ऐलान कर दिया है। इस योजना के मुताबिक यदि बिहार में तेजस्वी की सरकार बनती है तो महिलाओं को प्रतिमाह उनके खाते में ट्रांसफर किया जायेगा। वहीँ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन भी कह चुके हैं की बिहार में हम आएंगे और हम कैश ट्रांसफर योजना का लाभ देंगे। अब बारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की है। हालाँकि उनकी तरफ से अभी तक इस योजना को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है। जबकि कई राज्यों के रुझान को देखते हुए संभावना जताई जा रही है की सीएम नीतीश इस तरह की योजना का ऐलान कर सकते हैं। कहे तो लोहा गरम है....
बताते चले की सीएम नीतीश यह दावा करते नहीं थकते की उन्होंने बिहार में महिला सशक्तिकरण के लिए कई काम किये हैं। महिलाओं को जहाँ पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में 50 फीसदी का आरक्षण दिया गया। वही सरकारी नौकरियों में 35 फीसदी का आरक्षण दिया गया है। सीएम नीतीश बिहार में जीविका दीदियों को भी सशक्त करने का दावा दिन करते रहते हैं। मुख्यमंत्री अक्सर कहते हैं की महिलाओं के कहने पर ही बिहार में शराबबंदी लागू किया था। पटना में एक सभा को मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे की इसी दौरान एक महिला ने आग्रह किया था की शराब बंद कर दीजिये। यहीं सीएम ने वादा किया अगली बार उनकी सरकार बनी तो शराब बंद कर देंगे।
2015 में जब सीएम नीतीश की सरकार बनी तो अप्रैल 2016 में उन्होंने शराबबंदी का ऐलान कर दिया। ऐसा ही कुछ हुआ जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान छात्रों ने आग्रह किया की अंकल छात्राओं को आपने साइकिल दे दिया। हम सबको कब देंगे। सीएम नीतीश ने उनकी बातों को मानते हुए छात्रों के लिए भी साइकिल योजना की शुरुआत कर दी। अब मुख्यमंत्री प्रगति यात्रा पर है। जिसका प्रारम्भिक नाम महिला संवाद यात्रा रखा गया था। इस यात्रा में कहीं महिलाओं ने कैश ट्रांसफर योजना की मांग कर दी तो जाहिर है सीएम नीतीश.....
वंदना की रिपोर्ट