Bihar Politics: बिहार के सियासत में बड़ी हलचल तेज है। इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में सियासी गलियारों में एक चर्चा तेजी से है क्या सीएम नीतीश फिर पलटने वाले हैं? यह एक ऐसा सवाल है जो बिहार ही नहीं दिल्ली की गद्दी को भी हिला देनी की ताकत रखती है। केंद्र की मोदी सरकार को भी अब ये सवाल परेशानी करने लगी है। इसी बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव ने ऐसा बयान दे दिया है जिससे सीएम नीतीश के पलटने के अफवाह को बड़ा तुल मिल सकता है। लालू यादव ने साल के पहले ही दिन एक निजी चैनल को दिए बयान में साफ तौर से कह दिया है कि अगर सीएम नीतीश महागठबंधन में वापस आते हैं तो वो उनका स्वागत करेंगे। लालू यादव ने सीएम नीतीश को नसीहत देते हुए ये भी कहा कि वो राजद के साथ रहे और काम करें।
लालू का बयान, मचा बवाल
लालू यादव का यह बयान बिहार के सियासत में भूचाल लाने के लिए काफी है। हालांकि तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश के साथ आने को लेकर कहा था कि सीएम नीतीश के साथ जाना अपने पैर पर कुल्हारी मारने जैसा होगा। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश के लिए राजद के दरवाजे बंद हैं। साथ ही कई जगहों पर सीएम नीतीश को तेजस्वी यादव ने थका हुआ और बीमार मुख्यमंत्री भी बताया है। लेकिन राजद के सर्वोसर्वा अब भी लालू यादव ही हैं। पार्टी में कोई भी बदलाव में उनका फैसला ही आखिरी फैसला होगा। ऐसे में लालू यादव ने इस बयान से बिहार की सियासत गरमा गई है।
नीतीश के लिए राजद के दरवाज खुले
दरअसल, बीते दिन यानी 1 जनवरी को लालू यादव ने एक निजी चैनल से बातचीत के क्रम में सीएम नीतीश के महागठबंधन में वापस आने को लेकर बड़ा बयान दिया। उनसे पूछा गया कि क्या सीएम नीतीश के लिए राजद के दरवाजे खुले हैं तो उन्होंने कहा कि, अगर वो आते हैं तो हम क्यों नहीं साथ रखेंगे। उनके लिए दरवाजा खुला है। आए साथ रहे काम करें।
साथ रहकर करें काम
लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए हमारा दरवाजा तो खुला हुआ है। नीतीश कुमार को भी अपना दरवाजा खोल के रखना चाहिए। मुख्यमंत्रीं हैं...अगर वो आते हैं साथ में तो रख लेंगे। आए साथ काम करें। लालू यादव ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार को यह शोभा नहीं देता है। वो आते हैं फिर चले जाते हैं भाग जाते हैं।
नीतीश की गलती माफ करेंगे लालू
जिसके बाद लालू यादव से सवाल किया गया कि इसके बाद भी अगर सीएम नीतीश आते हैं तो क्या आप उनको रख लेंगे। जिसपर उन्होंने कहा कि, आएंगे तो रख लेंगे, सारी गलती माफ कर देंगे माफ करना ही हमारा फर्ज है। लालू यादव के इस बयान से साफ जाहिर है कि अगर सीएम नीतीश वापस आते हैं तो वो राजद की ओर से कोई रोक नहीं होगी। खुद राजद सुप्रीमो लालू यादव ही उनको रखने के लिए तैयार हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए लालू यादव का यह बयान किसी सर दर्द से कम नहीं है।
बिहार की राजनीति में बढ़ती हलचल
इस दौरान तेजस्वी यादव को लेकर भी लालू यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि नए साल में तेजस्वी यादव जरुर मुख्यमंत्री बनेंगे। मालूम हो कि इन दिनों बिहार की राजनीति में उथल-पुथल देखने को मिल रही है। नीतीश कुमार हाल ही में दिल्ली गए, लेकिन वहां उनकी मुलाकात न बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से हो पाई और न ही गृह मंत्री अमित शाह से। इसे लेकर राजनीतिक टकराव की अटकलें तेज हो गई हैं, और माना जा रहा है कि नाराजगी की खबरें सही साबित हो रही हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का भी मानना है कि बिहार की राजनीति में कब क्या बदलाव हो जाए, यह कहना मुश्किल है।