Nitish Kumar car challan: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकारी गाड़ी, जिसका नंबर BR01CL 0077 है, नियमों का उल्लंघन करती पाई गई है। इस गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट 2 अगस्त 2024 को ही समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद यह गाड़ी सड़कों पर चल रही है और बड़ी बात यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री इस गाड़ी का उपयोग कर रहे हैं। यह जानकारी तब सामने आई जब मुख्यमंत्री रोहतास जिले के करगहर प्रखंड के कुसही बेतिया गांव में डीएम दिनेश कुमार राय के पिता की पुण्यतिथि में शामिल होने पहुंचे।
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री की गाड़ी नियमों का उल्लंघन करती पाई गई है। इससे पहले 23 फरवरी 2024 को इस गाड़ी का सीट बेल्ट न लगाने के लिए 1000 रुपये का चालान काटा गया था, लेकिन अब तक यह जुर्माना जमा नहीं किया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिस व्यक्ति पर राज्य में कानून व्यवस्था और नियमों के पालन की जिम्मेदारी है, वही कई महीनों से नियमों की अनदेखी कर रहा है।
बड़ी बात यह है कि सीएम के गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट फेल होना बड़ा सवाल खड़ा करता है। इस मुद्दे को लेकर रोहतास जिला के विपक्षी दलों के नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं एवं M परिवहन ऐप के माध्यम से यह जानकारी सोशल मीडिया पर भी साझा किया जा रहा है। राजद नेता विमल कुमार ने सुशासन के दावे पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह बिहार का दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री की अपनी गाड़ी का पॉल्यूशन फेल है, जबकि वह आम जनता पर बेवजह जुर्माना लगवाकर अत्याचार करवा रहे हैं।
अब यह देखना महत्वपूर्ण है कि सुशासन बाबू की गाड़ी पर परिवहन विभाग कार्रवाई करता है या नहीं। अगर मुख्यमंत्री की गाड़ी पर जुर्माना नहीं लगता है, तो यह राज्य में कानून और नियमों के प्रति सरकार की गंभीरता पर सवाल खड़े करेगा।
रिपोर्ट- रंजन सिंह