Pappu Yadav : लोकसभा सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद राजद के बड़े नेता ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. लालू यादव के सबसे नजदीकी नेताओं में एक शिवानंद तिवारी ने गुरुवार को अपने सोशल मिडिया पर एक पोस्ट किया. उन्होंने बताया कि कैसे जरुरतमंदों की सेवा के लिए पप्पू यादव हमेशा तत्पर रहते हैं. लेकिन आज उनकी जान को खतरा है तो सरकार उन्हें सुरक्षा भी नहीं दे रही है. दूसरी ओर उनके मुकाबले कमतर नेताओं को भारी-भरकम सुरक्षा दी गई है.
शिवानंद तिवारी ने लिखा, पप्पू यादव का मैं प्रशंसक हूँ. कोरोना काल का वह दृश्य मुझे भूलता नहीं है. जब बेटा भी बाप की लाश छूने में झिझक रहा था. डाक्टर और नर्सें भी पीड़ितों के नज़दीक जाने में हिचक रहीं थीं. तब भय के उस वातावरण में बग़ैर मास्क के पटना के मुर्दाघाटों पर घूम घूम कर जलती हुई लाशों को दिखाकर पप्पू मौत के सरकारी आँकड़ों को ग़लत साबित कर रहे थे. पटना का कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जब पानी में डूब रहा था. लोग पीने के पानी के लिए भी परेशान थे उसमें छाती भर पानी में पानी की बोतल बाँट रहे थे.
एक मर्तबा विधायक और छह बार के लोकसभा सांसद हैं पप्पू. विगत लोकसभा सभा चुनाव तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता. इसके पहले भी ऐसी ऐसी पार्टियों के चुनाव चिह्न पर लड़कर उन्होंने चुनाव जीता है जिनका नाम लेने वाला वहाँ कोई नहीं मिलेगा.
ऐसे पप्पू यादव अपने लिए मज़बूत सुरक्षा व्यवस्था के लिए गोहार लगा रहे हैं. लेकिन अपने अदना से अदना नेता को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा देने वाले लोग देश के छह बार के सांसद को वह सुरक्षा नहीं दे रहे. जबकि सबको मालूम है कि उनके जीवन पर किस तरह का ख़तरा है. सरकार नहीं सुन रही है.वैसी हालत में लोकसभा के अध्यक्ष को अपने सदस्य को सुरक्षा दिलवाने के लिए पहल करनी चाहिए. सरकार सुरक्षा देने में भी किस प्रकार भेदभाव करती है पप्पू यादव का मामला उसका एक ज्वलंत उदाहरण है. पप्पू यादव के जीवन पर सुरक्षा ख़तरे की गंभीरता को देखते हुए मैं सरकार से अनुरोध करूँगा कि वह यथाशीघ्र पप्पू यादव को उच्चतम सुरक्षा मुहैया करे.