PATNA - स्वास्थ्य व कृषि मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा है कि भ्रष्टाचार के कई मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद की दागदार छवि से अब राजद को डर लगने लगा है। उनके जंगल राज वाली याद को बिहारी जनमानस से मिटाने की असफल कोशिश के तहत बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल ने अपने हेडक्वार्टर के मेन पोस्टर से राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की फोटो को हटा दिया है। कुछ दिन पहले तक पोस्टर पर एक तरफ तेजस्वी और दूसरी तरफ लालू यादव की फोटो थी।
RJD की झांसी की राजनीति
श्री पाण्डेय ने कहा है कि नए पोस्टर में तेजस्वी यादव हैं, लेकिन लालू की जगह लालटेन ने ले लिया है। यह राजद की बिहार की जनता को झांसा देने की राजनीति है। मगर बिहार की जनता 15 वर्षों तक के राजद शासनकाल की उन भय, दहशत और सिहरन भरी यादों को आज तक नहीं भूली है।
उन्होंने कहा है कि 2020 के विधानसभा चुनाव के समय भी लालू यादव को पोस्टर से हटा दिया गया था। मगर राजद बेशर्मी से आज भी लालू यादव को अपना स्वयंभू सुप्रीमो बनाये हुए है। दरअसल यह राजद की जंगलराज वाले दाग को धोने की नाकाम कोशिश है।
2005 के पहले के बिहार की याद अब भी ताजा
श्री पाण्डेय ने कहा है कि राजद लाख कोशिश कर लें, बिहार के लोग 2005 के पहले की भयावह याद को आज भी नहीं भूले हैं। यह वह दौर था जब शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डरते थे। नरसंहारों का अंतहीन सिलसिला, फिरौती के लिए अपहरण को उधोग का मिला दर्जा, डर के कारण डॉक्टरों, इंजीनियरों, व्यवसायियों आदि का बिहार से पलायन, अपराध की रिकार्डतोड़ घटनाएं, जातीय उन्माद में हिंसा-प्रतिहिंसा आज भी बिहारवासियों के जेहन में ताजा है। केवल पोस्टर से लालू यादव की फोटो हटाने से राजद का पाप नहीं धुलने वाला है।