Bihar Politics: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद के नेताओं को अनुशासन में रहने और गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी न करने की कड़ी हिदायत दी है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वो पार्टी में किसी भी तरह की लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे करने वाले नेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुटे हैं, तेजस्वी अलग अलग जिलों में घूम कर कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी ले रहे हैं और उसके अनुसार ही पार्टी में बदलाव कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब तेजस्वी ने नेताओं को साफ हिदायत दे दी है कि वो गलत बयानबाजी से बचे।
तेजस्वी ने दी चेतावनी
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के 10 महीने पहले पटना में शनिवार को आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में तेजस्वी ने साफ कहा कि फांकेबाजी करने वाले नेताओं को कोई पद या जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। उन्होंने पार्टी में अनुशासन बनाए रखने पर जोर दिया और आरजेडी नेताओं को बड़े पैमाने पर सदस्यता अभियान चलाने के निर्देश दिए। तेजस्वी ने हर बूथ पर कम से कम दो सक्रिय सदस्य बनाने और बूथ स्तर पर कमेटी गठित करने की योजना को गंभीरता से लागू करने को कहा।
लालू ने की बेटे की तारीफ
लालू यादव ने की तेजस्वी की तारीफ बैठक में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के आरजेडी के सिद्धांतों को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी की मेहनत और उनके द्वारा हजारों किलोमीटर की यात्रा को सराहनीय बताया।
संगठन विस्तार पर जोर
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी ने संगठन की विस्तार योजना पर रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि आरजेडी को फिर से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए सभी राज्यों में संगठन को मजबूत बनाना होगा। बैठक में चितरंजन गगन ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश करते हुए तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के संकल्प को दोहराया।
सांगठनिक चुनाव की घोषणा
सत्र 2025-2028 के लिए सांगठनिक चुनाव की घोषणा की गई। इस चुनाव के लिए डॉ. रामचंद्र पूर्वे को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी और चितरंजन गगन को राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी मनोनीत किया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन में 22 राज्यों से करीब 300 प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें राज्यों की इकाइयों के अध्यक्ष, महासचिव, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल थे। बैठक को नागालैंड, महाराष्ट्र, झारखंड, दिल्ली और अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।
गैरमौजूदगी पर उठे सवाल
बैठक में प्रदेश आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह और उनके पुत्र सांसद सुधाकर सिंह की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। इस पर कई सवाल उठे, लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की गई। बता दें कि जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष हैं और सुधाकर सिंह बक्सर लोकसभा सीट से सांसद हैं। जगदानंद सिंह के गैरमौजूदगी को लेकर सवाल तो उठ रहे हैं ये भी माना जा रहा है कि वो राजद के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन लालू या तेजस्वी इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। वहीं राजद के इस राष्ट्रीय अधिवेशन ने पार्टी के अनुशासन और सांगठनिक मजबूती पर जोर देते हुए आने वाले चुनावों के लिए कमर कसने का संदेश दिया।