Manmohan Singh condolence: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने आज गुरुवार 26 दिसंबर 2024 को 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में अपनी आखिरी सांस ली।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने व्यक्त किया दुख
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पूर्व पीएमके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा है कि
पूर्व प्रधानमंत्री व महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की सूचना से स्तब्ध हूं। उनका निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। भारत के आर्थिक सुधारों में उनका योगदान ऐतिहासिक है।मेरे नेता-मेरे पिता श्रद्धेय रामविलास पासवान जी को भी उनकी कैबिनेट में काम करने का अवसर मिला है। उनकी सादगी, धैर्य और निस्वार्थ सेवा का उदाहरण सदैव प्रेरणा देता रहेगा।ईश्वर से कामना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को शांति दें। और शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की शक्ति दें।विनम्र श्रद्धांजलि।
जीतन राम मांझी ने जताया शोक
केंत्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।
देश ने एक महान अर्थशास्त्री और कुशल नेतृत्वकर्ता को खो दिया। उनकी सोच, दृष्टिकोण और ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों में उनके अभूतपूर्व योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और इस दुख की घड़ी में परिजनों और उनके शुभचिंतकों को संबल प्रदान करें। ॐ शांति।।।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने व्यक्त किया शोक
पूर्व प्रधानमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि उनके निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है। देश के दो बार के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात्रि निधन हो गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह को गुरुवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे। इसी दौरान उनका निधन हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने जताया दुख
92 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने गहरा दुःख जताते हुए कहा कि 21वीं सदी के सफलतम प्रधानमंत्री के रूप में वें हमें अदैव प्रेरणा देते रहेंगे। देश के महान सपूत को कृतज्ञ राष्ट्र एवं पार्टी का एक एक कार्यकर्ता नमन करता है। 2004 से 2014 तक देश के दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह इससे पहले उन्होंने ही 90 के दशक में पीवी नरसिम्हाराव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए देश में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी। दिवंगत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आर्थिक सुधारों को ही भारतीय अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी का वृहद नींव माना जाता है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के अलावे विधानमंडल दल के नेता डॉ शकील अहमद खान, विधान परिषद में दल के नेता डॉ मदन मोहन झा, कौकब कादरी, कृपानाथ पाठक, अशोक राम, डॉ समीर कुमार सिंह, प्रेमचंद मिश्र, सांसद मनोज राम, निर्मलेंदु वर्मा,ब्रजेश पांडेय, ब्रजेश प्रसाद मुनन, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, नरेंद्र कुमार, प्रवक्ता आनंद माधव, डॉ स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, ज्ञान रंजन, सौरभ सिंहा सहित अन्य नेताओं ने गहरा दुःख जताया है।
बिहार प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन झा ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि वयक्त करते हुए एक्स पर लिखा है कि एक युग का अंत ।श्री मनमोहन सिंह जी ,सरल सभाव और सादगी जिनका परिचय , अर्थव्यवस्था और अर्थशास्त्र का ज्ञान जिनकी पहचान और निस्वार्थ देश की सेवा एक मात्र लक्ष्य ।भारत माता के सपूत देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को विनम्र श्रद्धांजलि।
सांसद पप्पू यादव ने जताया शोक
मनमोहन सिंह के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए सांसद पप्पू यादव ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ। उन्होंने अपने दूरदर्शी नेतृत्व और ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों के माध्यम से भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी। आपके योगदान को यह देश सदैव स्मरण करेगा। देश आपका आभारी रहेगा सर। इतिहास आपके योगदान से सदैव परिपूर्ण रहेगा। डॉ. मनमोहन सिंह जी एक सच्चे विद्वान, कुशल प्रशासक और विनम्र व्यक्तित्व के धनी थे। उनका जीवन सादगी, सेवा और समर्पण की अद्भुत मिसाल है। वाहे गुरु से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार व शुभचिंतकों को यह कठिन समय सहन करने की शक्ति दें। उनका जाना भारत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
उपेंद्र कुशवाहा ने जताया शोक
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने शोक जताते हुए कहा कि डॉ मनमोहन सिंह, एक दूरदर्शी नेता और भारत के परिवर्तनकारी आर्थिक सुधार के शिल्पकार थे। उन्होंने ज्ञान, विनम्रता और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता की ऐसी विरासत छोड़ी है जिसे पूरा राष्ट्र हमेशा याद करेगा।