Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूसरे दिन की यात्रा जारी है, लेकिन इस बीच राजद ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में पार्टी के सभी विधायक, विधान पार्षद, और जिला अध्यक्ष पार्टी कार्यालय में एकत्र हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव अपने कार्यकर्ताओं और विधायकों के साथ किसी बड़े फैसले पर चर्चा कर सकते हैं।
नीतीश कुमार की राजद में वापसी पर चर्चा?
बिहार में जारी राजनीतिक हलचलों के बीच यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर राजद के करीब आ सकते हैं। इस संभावना को लेकर तेजस्वी यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंथन कर सकते हैं। सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि सीएम नीतीश एक बार फिर पलटी मार सकते हैं। इसी बीच राजद की ओर से इस मामले में अपना पक्ष रखा गया है।
राजद प्रवक्ता का बयान
राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए सामाजिक पृष्ठभूमि ने हमेशा अहम फैसले लिए हैं। उन्होंने संघीय विचारधारा का विरोध करते हुए कहा कि सामाजिक पृष्ठभूमि कभी भी संघीय ताकतों का नेतृत्व स्वीकार नहीं करती। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष में रहते हुए तेजस्वी यादव ने कभी भी नीतीश कुमार का अपमान नहीं किया। जबकि बीजेपी के नेता सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को 'पागल' तक कह दिया।
पार्टी का नेतृत्व करेगा फैसला
शक्ति सिंह ने यह भी कहा कि अगर कोई राजनीतिक बदलाव या 'पलटी' की बात हो रही है, तो यह पार्टी नेतृत्व का फैसला है। कार्यकर्ता के तौर पर वे केवल पार्टी की दिशा का पालन करेंगे। प्रवक्ता ने यह संकेत दिया कि वर्तमान राजनीतिक स्थिति में संविधान और समाजवाद को बचाने के लिए बड़ा फैसला लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब भी संविधान पर खतरा मंडराता है, सामाजिक पृष्ठभूमि ने साहसिक निर्णय लिए हैं।
क्या समाजवाद फिर जागेगा?
तेजस्वी यादव की इस बैठक से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या नीतीश कुमार एक बार फिर समाजवाद की ओर लौटने वाले हैं? हालांकि, अंतिम निर्णय क्या होगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। इसी बीच राजद कार्यालय में चल रही इस महत्वपूर्ण बैठक पर पूरे राज्य की नज़रें टिकी हुई हैं।
पटना से रंजन की रिपोर्ट