Premanand ji maharaj News: 9वीं में पढ़ने वाले छात्र पर हुआ प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचनों का असर! मथुरा के लिए छोड़ दिया घर, मां को लिखा आखिर पत्र, कही ये बातें
Premanand ji maharaj News: पूर्णिया के कोसी विहार से नौवीं का छात्र सत्यम अचानक घर से निकल गया। बताया जा रहा है कि वह प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचनों से प्रभावित होकर मथुरा वृंदावन की ओर निकल पड़ा।

Premanand ji maharaj News: पूर्णिया जिले के मधुबनी थाना क्षेत्र के कोसी विहार में रहने वाला सत्यम ठाकुर नामक एक किशोर सोमवार की सुबह अचानक घर से लापता हो गया। सत्यम, जो कि नौवीं कक्षा का छात्र है, बिना जूते-चप्पल, मोबाइल या पैसे लिए घर से निकल गया। यह अचानक की गई यात्रा कोई सामान्य मामला नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक खोज की शुरुआत हो सकती है।
परिवार वालों का कहना है कि सत्यम पिछले एक साल से प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन यूट्यूब पर देखा करता था और उनका प्रभाव उस पर गहराई से पड़ने लगा था। वह अक्सर अपनी कॉपी में "राधे-राधे" लिखा करता और अपने विचारों में खोया रहता।
पत्र में लिखा राधा नाम का संकल्प, मां को कहा अंतिम प्रणाम
सत्यम ने घर से निकलने से पहले अपनी मां और बहन को एक मार्मिक नोट लिखा जिसमें उसने लिखा मां और दीदी, आप दोनों के आशीर्वाद से आज मैं आध्यात्मिक रास्ते पर निकल रहा हूं। आप बस आशीर्वाद दें कि मेरा हर समय राधा मां के नाम जपते हुए और चिंतन में बीते। राधे-राधे मां दीदी। मेरा अंतिम प्रणाम स्वीकार करें।
इस पत्र से साफ जाहिर होता है कि सत्यम किसी मानसिक दबाव में नहीं, बल्कि आध्यात्मिक प्रेरणा से इस रास्ते पर निकला है। यह निर्णय भले ही नाबालिग की दृष्टि से चिंता का विषय हो, लेकिन उसकी भावना और जिज्ञासा को समझना भी जरूरी है।
प्रेमानंद जी महाराज का प्रभाव: क्या हो रहा है युवाओं पर असर?
प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन के प्रसिद्ध आध्यात्मिक संत हैं जो युवाओं को भक्ति और सन्यास के मार्ग की प्रेरणा देते हैं। उनके प्रवचन गहराई, संयम और ध्यान पर आधारित होते हैं। सत्यम जैसा एक मेधावी छात्र जब इस तरह प्रवचनों से प्रभावित होकर घर छोड़ देता है, तो यह दर्शाता है कि आज की पीढ़ी केवल भौतिक सफलता नहीं बल्कि आध्यात्मिक संतुलन भी खोज रही है।
परिवार की बेचैनी और प्रशासन की कार्रवाई
सत्यम की मां गीता ठाकुर, जो एक निजी स्कूल में कार्यरत हैं, ने बेटे की गुमशुदगी की सूचना तुरंत मधुबनी थाना को दी। थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने पुष्टि की है कि आवेदन के साथ सत्यम द्वारा लिखा गया पत्र भी दिया गया है और पुलिस जांच कर रही है।
सत्यम की तलाश में कटिहार रेलवे स्टेशन सहित कई जगहों पर छानबीन की गई है, लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चला है।सत्यम के मामा अमित मिश्रा का कहना है कि सत्यम पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहा है और वह अफसर बनना चाहता था, लेकिन पिछले कुछ समय में वह आध्यात्मिकता की ओर झुकता जा रहा था।