SAHARSA : सहरसा मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी छुटकन मिस्त्री (पुत्र सुकन मिस्त्री), निवासी शाहपुर, वार्ड नंबर 8, नौहट्टा, सहरसा की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उनके इलाज की उचित व्यवस्था नहीं की गई।
प्रारंभिक इलाज के बाद उन्हें फिर जेल भेज दिया गया। जिससे उनकी मौत हो गयी। पोस्टमार्टम के बाद शव के गाँव पहुंचते ही शव के साथ भारी संख्या में ग्रामीणों ने सड़क जामकर हंगामा किया। वहीँ नवहट्टा पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। हंगामे की सूचना पर नवहट्टा पुलिस मामले को शांत कराने पहुंची। जिसके बाद लोगों का गुस्सा और अधिक भड़क गया।
आक्रोशित लोगों ने कहा की वरीय पुलिस पदाधिकारी को मामले की जॉंच करना चाहिए। लोगों ने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया और बड़े ऑफिसर को बुलाकर आश्वासन देने की मांग पर अड़े रहे।
सहरसा से दिवाकर कुमार दिनकर की रिपोर्ट