Bihar Election 2025 : जन सम्पर्क अभियान के दौरान रत्नेश सदा का लोगों ने किया विरोध, पांच साल के कार्यों का माँगा हिसाब, बैरंग वापस लौटे मंत्रीजी

Bihar Election 2025 : जन सम्पर्क अभियान के दौरान रत्नेश सदा

SAHARSA : जिले की सोनवर्षा विधानसभा सीट पर चुनावी सरगर्मी तेज है, जहाँ एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी रत्नेश सादा को जनसंपर्क के दौरान जनता के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा है। प्रचार के लिए गाँव पहुँचे रत्नेश सादा से मतदाताओं ने पिछले पाँच वर्षों में किए गए कार्यों का हिसाब मांग लिया, खासकर स्थानीय सड़कों की खराब हालत को लेकर नाराजगी व्यक्त की। 

इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सड़क निर्माण की मांग पर अड़े ग्रामीण, कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देने की बात कही। जनसंपर्क के दौरान स्थानीय लोगों ने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें क्षेत्र में सड़क निर्माण चाहिए। कुछ ग्रामीणों ने तो यहाँ तक कह दिया कि वे इस बार महागठबंधन समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी सारिता पासवान को वोट देंगे और रत्नेश सादा को मंत्री होने के बावजूद वोट नहीं देंगे। जनता के इस तीखे रुख और सीधे विरोध से जदयू प्रत्याशी रत्नेश सादा कथित तौर पर भड़क गए। गुस्से में रत्नेश सादा ने कहा: 'वोट आपका, मुझे नहीं लेना' और जनसंपर्क छोड़कर चले गए। बताया जाता है कि जनता की नाराजगी और तीखे सवालों से रत्नेश सादा इतने आग-बबूला हो गए कि उन्होंने वहीं से उठकर जाने का फैसला कर लिया। 

गुस्से में उन्होंने कथित तौर पर मतदाताओं से कहा, "सरीता पासवान को दीजिए वोट, आपका वोट मुझे नहीं लेना है।" इसके बाद, वह तुरंत ही जनसंपर्क अभियान छोड़कर चले गए। उनके इस व्यवहार से स्थानीय लोगों में और भी अधिक आक्रोश फैल गया। यह घटना सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र की अतलखा पंचायत के नरहैया टोला में हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यहाँ हजारों की संख्या में ग्रामीण जमा थे, जिन्होंने एकजुट होकर जदयू प्रत्याशी रत्नेश सादा को उनके कार्यकाल की विफलताओं पर 'क्लास' लगा दी। जनता के तीखे सवालों और प्रत्याशी के गुस्से में भाग जाने का यह पूरा घटनाक्रम अब सोशल मीडिया पर वीडियो के रूप में वायरल हो रहा है, जिसने सोनवर्षा की राजनीति में हलचल मचा दी है। 

मौजूदा विधायक और जदयू प्रत्याशी रत्नेश सादा को जनता के इस तरह के खुले विरोध का सामना करना, आगामी चुनाव के नतीजों पर असर डाल सकता है। जनता द्वारा सीधे तौर पर विकास कार्यों का हिसाब मांगना और विरोधी प्रत्याशी को वोट देने की बात कहना, यह दिखाता है कि सोनवर्षा में मतदाता इस बार अपने स्थानीय नेता के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं। यह घटना चुनावी माहौल में एक बड़ा मुद्दा बन गई है, जिससे यह सीट अब हॉट सीट बन गई है।

सहरसा से दिवाकर की रिपोर्ट