107 वर्ष की बुजुर्ग मतदाता से मिले सहरसा डीएम, मतदान के लिए किया आग्रह,कहा - आपकी प्रेरणा से वोटिंग बढ़ेगी

जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी दीपेश कुमार ने एक अनोखी मिसाल पेश करते हुए 107 वर्षीया बुजुर्ग महिला मतदाता से मुलाकात की।

107 वर्ष की बुजुर्ग मतदाता से मिले सहरसा डीएम, मतदान के लिए
107 वर्ष की बुजुर्ग मतदाता से मिले सहरसा डीएम- फोटो : reporter

Bihar news: सहरसा जिले में लोकतंत्र के महापर्व का उत्साह चरम पर है। जिले के 75-सहरसा विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी दीपेश कुमार ने एक अनोखी मिसाल पेश करते हुए 107 वर्षीया बुजुर्ग महिला मतदाता से मुलाकात की।

यह मुलाकात मतदान केंद्र संख्या 193 से संबंधित मतदाता के घर पर हुई। इस अवसर पर डीएम ने बुजुर्ग महिला से उनका कुशलक्षेम पूछा और आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2025 में भाग लेने की अपील की। डीएम ने कहा, “लोकतंत्र का यह महापर्व सबका है, उम्र कोई बाधा नहीं, हर मतदाता की भागीदारी ही लोकतंत्र की असली ताकत है।”

डीएम के साथ निर्वाची पदाधिकारी एवं एसडीओ श्रेयांश तिवारी और जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार भी मौजूद रहे। इस मौके पर अधिकारियों ने 107 वर्ष की मतदाता के साथ तस्वीर खिंचवाकर एक प्रेरणादायक संदेश दिया —“पहले मतदान, फिर जलपान।”यह तस्वीर अब जिले में मतदाता जागरूकता अभियान का प्रतीक बन चुकी है।

जिला प्रशासन द्वारा लगातार मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मतदाता जागरूकता ही निष्पक्ष और शत-प्रतिशत मतदान की कुंजी है।

इधर, जिले में पहले चरण के मतदान की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। प्रशासन के अनुसार, सहरसा, महिषी, सिमरी बख्तियारपुर और सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों का नामांकन 10 अक्टूबर 2025 से समाहरणालय परिसर में शुरू होगा।

नामांकन प्रक्रिया को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और तकनीकी व्यवस्थाओं को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सभी प्रखंडों में मतदान केंद्रों की स्थिति की समीक्षा की जा चुकी है और मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।

वहीं, राजनीतिक मोर्चे पर अभी महागठबंधन, एनडीए और जनसुराज सहित किसी भी प्रमुख दल ने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। जनता की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि आखिर कौन-कौन से उम्मीदवार मैदान में उतरते हैं।सहरसा का चुनावी माहौल अब धीरे-धीरे गरमाने लगा है — और 107 वर्ष की उस बुजुर्ग महिला की मुस्कुराहट, इस बात की गवाह है कि लोकतंत्र की जड़ें बिहार की मिट्टी में कितनी गहरी हैं।

रिपोर्ट- दिवाकर कुमार