Samastipur Division New DRM: इस शख्स को को चुना गया समस्तीपुर मंडल का नया DRM!आते ही कर दी बड़ी बात
Samastipur Division New DRM: पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल के नए डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा ने पदभार ग्रहण करते ही यात्री सुविधाओं, स्टेशन आधुनिकीकरण और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी। जानिए उनकी नई योजनाएं।

Samastipur Division New DRM: नव नियुक्त मंडल रेल प्रबंधक (DRM) ज्योति प्रकाश मिश्रा ने समस्तीपुर मंडल की बागडोर संभालते ही स्पष्ट कर दिया कि उनकी प्राथमिकता यात्री सुविधाओं का सशक्तिकरण और रेल सेवाओं का आधुनिकीकरण है। कोसी और मिथिलांचल जैसे संवेदनशील और सामाजिक रूप से सक्रिय क्षेत्रों में रेल परिवहन जीवन रेखा जैसा कार्य करता है। ऐसे में उनका यह सेवा संकल्प क्षेत्र की जनता के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है।
मिश्रा ने कहा कि वे यात्रियों की समस्याओं को सर्वोपरि मानते हैं और जल्द से जल्द समाधान के लिए मंडल स्तर पर एक सशक्त जनसुनवाई तंत्र की स्थापना करेंगे। इससे यात्रियों की आवाज सीधे मंडल रेल प्रशासन तक पहुंचेगी, जो पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक बड़ा कदम है।
यात्री सुविधाओं का समग्र विकास
नए डीआरएम ने स्टेशन परिसरों को अत्याधुनिक बनाने की योजना का खुलासा किया है। इसमें खासतौर पर निम्नलिखित सुविधाओं पर जोर दिया गया है:
प्रतीक्षालय: सभी प्रमुख स्टेशनों पर वातानुकूलित और सामान्य श्रेणी के प्रतीक्षालयों को बेहतर बनाया जाएगा।
स्वच्छ पेयजल: स्वचालित वॉटर वेंडिंग मशीनें और साफ-सुथरे जलकूप सुनिश्चित किए जाएंगे।
डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड: ट्रेनों की समय-सारणी और अन्य सूचना देने के लिए हाई-रिजॉल्यूशन डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे।
दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुविधाएं: लिफ्ट, एस्केलेटर, व्हीलचेयर जैसी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
इन सबके पीछे एक ही उद्देश्य है—रेल यात्रियों को घर जैसी सुविधा प्रदान करना।
सुरक्षा होगी सर्वोच्च प्राथमिकता
ज्योति प्रकाश मिश्रा ने सुरक्षा को लेकर भी बेहद स्पष्ट दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने घोषणा की कि अब से ट्रेनों और स्टेशन परिसरों की सीसीटीवी निगरानी को सुदृढ़ किया जाएगा।नियमित सुरक्षा निरीक्षणों की संख्या बढ़ाकर संभावित खतरों को पहले ही पहचाना जाएगा।ट्रैक मेंटेनेंस और सुरक्षा मानकों पर विशेष बल दिया जाएगा ताकि दुर्घटनाओं की आशंका शून्य हो।यह नीति केवल यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित नहीं करती, बल्कि रेल प्रशासन की कार्यप्रणाली में अनुशासन और दक्षता का परिचायक भी है।
समय पालन और परिचालन दक्षता में सुधार
ट्रेनों का समय पर आगमन और प्रस्थान रेल सेवाओं की गुणवत्ता का सबसे बड़ा मापदंड होता है। नए डीआरएम ने स्पष्ट किया कि परिचालन प्रणाली को फिर से डिज़ाइन किया जाएगा ताकि समय पालन सुनिश्चित किया जा सके।क्रू और संसाधनों के रियल-टाइम मॉनिटरिंग की योजना पर काम शुरू होगा।डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम और AI-आधारित डाटा एनालिटिक्स के उपयोग से परिचालन को आधुनिक बनाया जाएगा।यह बदलाव यात्रियों को लंबे इंतजार और अनिश्चितताओं से राहत दिलाएगा।
पर्यावरण हितैषी पहल और सामाजिक उत्तरदायित्व
रेलवे केवल परिवहन साधन नहीं है, यह समाज और पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी संस्था भी है। इसे ध्यान में रखते हुए मिश्रा ने जिन योजनाओं की घोषणा की, वे निम्नलिखित हैं:
सौर ऊर्जा का अधिकाधिक उपयोग
वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना
अपशिष्ट प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल
इसके अतिरिक्त, स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्टेशनों और रेल परिसरों में सफाई अभियान को और अधिक सशक्त रूप से लागू किया जाएगा।
रेलवे कर्मियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए नई पहलें
डीआरएम ने यह भी आश्वासन दिया कि रेलवे कर्मचारियों के कार्यस्थल पर सुविधाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और मनोरंजन विकल्पों में सुधार किया जाएगा। साथ ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ गठित किया जाएगा।इससे न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि सेवा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।