जमुई के बाद सासाराम में भी एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन में हंगामा, आपस में भिड़े कार्यकर्ता, मंत्री जनक राम और जदयू प्रदेश अध्यक्ष थे मौजूद

जमुई के बाद सासाराम में भी एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन में ह

Sasaram :- NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन गठबंधन में शामिल दलों की एकजुटता दिखाने की जगह मारपीट का अखाड़ा बन गया है। जहां जमुई में मंच पर ही दो बड़े नेता आपसे में भिड़ गए। वहीं रोहतास जिले के दिनारा में शनिवार को आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान जमकर शोर-शराबा देखने को मिला। अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में जुटी भारी भीड़ नेताओं के भाषण के दौरान भी जयकारे लगाती रही, जिससे मंच पर मौजूद सभी नेता पूरे कार्यक्रम के दौरान असहज दिखे।

सम्मेलन को बिहार सरकार के मंत्री जनक राम, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, राज्यसभा सांसद शंभू शरण पटेल, पूर्व सांसद कविता सिंह, जदयू नेता जय कुमार सिंह, भाजपा नेता राजेंद्र सिंह और आरएलएम नेता आलोक सिंह सहित कई नेताओं ने संबोधित किया।

मंच से लगातार कार्यकर्ताओं को शांत कराते रहे नेता

पूरे सम्मेलन के दौरान जदयू जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष पटेल, आरएलएम जिला अध्यक्ष कपिल कुमार और हम जिला अध्यक्ष कमलेश पासवान अपने कार्यकर्ताओं को समझाने में मशगूल रहे। इसके बावजूद नारेबाजी और झंडा-बैनर के साथ हंगामा थमता नजर नहीं आया।

 मंत्री ने बताया कार्यकर्ताओं का उत्साह 


हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री जनक राम ने कहा कि यह कोई उग्र व्यवहार नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं का उत्साह और नेताओं के प्रति सम्मान है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को अपार जन समर्थन मिल रहा है।

 प्रत्याशियों ने दिखाई अपनी ताकत

सम्मेलन में एनडीए घटक दलों के अलग-अलग प्रत्याशी अपने-अपने समर्थकों की भीड़ लेकर पहुंचे और मंच पर अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया। उनके समर्थकों ने लगातार नारेबाजी कर माहौल को गरमाए रखा। इस वजह से सम्मेलन जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

खाने के लिए भी हुई धक्का मुक्की

कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भोजन के लिए एनडीए के कार्यकर्ताओं की धक्कामुक्की देखने को मिली। काफी संख्या में लोग भोजन पर टूट पड़े। एक तरफ जहां पत्तल  लेने के लिए लोग को मारामारी करते देखा गया है। पत्तल लेने के लिए भेजने के बाद भोजन लेने के लिए भी लोग जदोजहद करने लगे। काफी मशक्कत के बाद लोगों को खाना मिल रहा था. महिलाओं को भी खाना लेने के लिए मारामारी करते देखा गया।

रिपोर्ट - रंजन राजपूत