Sitamadhi illegal clinic: सीतामढी में फर्जी क्लिनिक सील! डीएम के निर्देश पर कार्रवाई, नवजात की मौत बनी वजह

Sitamadhi illegal clinic: सीतामढी में डीएम रिची पांडेय के निर्देश पर अवैध क्लिनिक को सील किया गया। ऑपरेशन के दौरान नवजात की मौत और महिला की हालत बिगड़ने के बाद हुई कार्रवाई।

Sitamadhi illegal clinic
सीतामढी में डीएम रिची पांडेय के निर्देश पर कार्रवाई- फोटो : news4nation

Sitamadhi illegal clinic: डीएम रिची पांडेय के निर्देश पर शनिवार (5 जुलाई 2025) की शाम सदर अस्पताल के समीप संचालित एक अवैध क्लिनिक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील कर दिया। यह कार्रवाई एक प्रसव पीड़िता की हालत बिगड़ने और नवजात की मौत के मामले में की गई है। सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम में एसीएमओ डॉ. जेड जावेद, जिला तंबाकू नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिन्हा और सीएचसी डुमरा के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अक्षय कुमार शामिल थे। नगर थाना की पुलिस भी टीम के साथ मौजूद रही। हालांकि जब टीम क्लिनिक पहुंची तो वहां खाली मकान था जिसमें कुछ नहीं मिला। 

इस दौरान टीम के सामने रेंट एग्रीमेंट से उक्त फर्जी क्लिनिक के संचालक कोट बाजार निवासी राजेश कुमार और वैशाली जिले के कन्हौली निवासी शैलेन्द्र किशोर के नाम सामने आया। मकान के मालिक मौजा हिदा मंजूर के पति डॉ. मो. मंसूर ने जाँच टीम को बताया कि 1 मई 2025 को क्लिनिक संचालन के लिए राजेश को अपना भवन किराये पर दिया था। लेकिन रेंट एग्रीमेंट के लिए चिकित्सक का नाम देने पर राजेश ने मकान मालिक को अपने नाम से एग्रीमेंट किया, और पूरी जवाबदेही खुद पर ली थी। जाँच पदाधिकारी डॉ. अक्षय कुमार ने बताया कि बीते गुरुवार को बाजपट्टी थाना क्षेत्र के भलनी मदनपुर निवासी नितिश झा की पत्नी अनुराधा कुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर उसके पिता मनोहर ठाकुर द्वारा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब महिला को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए बाहर ले जाया गया, तभी अस्पताल के पास सक्रिय अवैध क्लिनिक के दलालों ने परिजन को बरगला कर अपने क्लिनिक में भर्ती करा लिया। 

ऑपरेशन के दौरान नवजात शिशु की मौत

क्लिनिक में ऑपरेशन के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई और महिला की स्थिति गंभीर हो गई। परिजनों ने मामले की जानकारी अधिकारियों को दी, जिसके बाद जांच टीम ने क्लिनिक की गतिविधियों की समीक्षा की। जांच में पाया गया कि क्लिनिक के पास प्रसव व ऑपरेशन के लिए कोई वैध लाइसेंस या पंजीकरण नहीं है। मौके से क्लिनिक संचालक कई जरूरी दस्तावेज और उपकरण लेकर फरार हो गया। टीम ने अवैध रूप से संचालित क्लिनिक को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। डीएम रिची पांडेय ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि सदर अस्पताल परिसर और आसपास संचालित सभी निजी क्लिनिकों की गहन जांच करायी जाए तथा जिनके पास आवश्यक स्वीकृति नहीं है, उन्हें बंद कराया जाए।

सीतामढ़ी से अविनाश की रिपोर्ट