Sitamarhi Municipal Corporation: सीतामढ़ी नगर निगम में राजनीतिक संग्राम!पार्षदों के लड़ाई के बीच 18 प्रतिशत कमिशन खोरी का मामला उजागर
Sitamarhi Municipal Corporation: सीतामढ़ी नगर निगम में मेयर रौनक जहां पर पार्षदों ने भ्रष्टाचार, धमकी और भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए। जानिए पूरा मामला, पार्षद संघ की मांगें और प्रशासन की चुनौतियां।

सीतामढ़ी नगर निगम में इन दिनों राजनीतिक उबाल चरम पर है। मेयर और वार्ड पार्षदों के बीच लगातार तनातनी और मनमुटाव के हालात बनते जा रहे हैं। बीते दिनों सामान्य बोर्ड की बैठक के दौरान हुए हंगामे के बाद अब यह विवाद सार्वजनिक बहस और गंभीर आरोपों के दौर में पहुंच गया है। शनिवार (2 अगस्त 2025) को नगर निगम सभागार में वार्ड पार्षद संघ की ओर से बुलाई गई एक प्रेस वार्ता में पार्षदों ने मेयर रौनक जहां परवेज एवं उनके पति आरिफ हुसैन पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लगाए।
पार्षदों ने साफ तौर पर कहा कि किस प्रकार किसी काम को कराने के लिए 18 प्रतिशत कमिशन लिया जाता है। वही कार्य की गुणवत्ता की शिकायत नगर प्रशासन को करने के बावजूद नजरअंदाज किया जाता है। नगर निगम में अब एकतरफा शासन चल रहा है। पार्षद संघ के अध्यक्ष अंशुल प्रकाश ने आरोप लगाया कि मेयर पति खुद पार्षदों को धमकाते हैं, बोर्ड की बैठक में हस्तक्षेप करते हैं और नियमों की अवहेलना करते हुए दूसरे के पास का निरीक्षण करने का कार्य खुद करने लगते हैं।
वार्डवार योजनाओं में भारी भेदभाव किया जा रहा
उन्होंने यह भी कहा कि वार्डवार योजनाओं में भारी भेदभाव किया जा रहा है। अंशुल ने कहा कि मेयर द्वारा पार्षदों को अंगूठा छाप कहना बेहद अपमानजनक और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। अंशुल कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी औपचारिक शिक्षा नहीं ले सकीं, फिर भी उन्होंने राज्य को बखूबी संभाला। लोकतंत्र में पढ़ाई नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों की नीयत और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सबसे महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में मेयर को पहले खुद अपना शैक्षणिक प्रमाणपत्र सार्वजनिक करना चाहिए।
पीएम आवास योजना में भी गड़बड़ी का आरोप
पार्षद मनीष पंडित ने पीएम आवास योजना में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मेयर के कक्ष में उन्हें बुलाकर एक योजना के बदले 25 हजार रुपये की मांग की गई। उन्होंने कहा कि जब कोई पार्षद जनहित के कार्यों की बात करता है, तो उसे धमकी दी जाती है और योजनाओं को रोकने की धमकी दी जाती है।पार्षद सीमांत खिरहर ने कहा कि एक महिला होकर मेयर द्वारा एक महिला पार्षद पर माइक फेंकना अत्यंत निंदनीय कृत्य है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात करने वाले नेता जब खुद महिलाओं के साथ असम्मानजनक व्यवहार करें, तो उनकी नीयत पर सवाल उठना लाजिमी है। उन्होंने यह भी कहा कि मेयर के पति द्वारा लगातार पार्षदों को बोर्ड से बर्खास्त करने की धमकी दी जा रही है।
निगम को निजी संपत्ति की तरह चला रहे हैं
पार्षदों ने कहा कि मेयर और उनके पति मिलकर निगम को निजी संपत्ति की तरह चला रहे हैं। कोई भी कार्य नगर विकास एवं आवास विभाग के नियमों के अनुसार नहीं हो रहा है। वार्ता के दौरान पार्षद संघ के अध्यक्ष अंशुल प्रकाश के साथ पार्षद ललन प्रसाद, सीमांत खिरहर, सुरेन्द्र साह, मनीष पंडित, अभिषेक कुमार पिंटू, गुड्डू पासवान, अमृतेश मिश्रा, अमरेंद्र सिंह बबलू समेत दो दर्जन से अधिक पार्षद एवं पार्षद प्रतिनिधि मौजूद थे।
सीतामढ़ी से अविनाश कुमार की रिपोर्ट