SITAMARHI : बिहार के सीतामढ़ी में नगर निगम के समीक्षात्मक बैठक से महापौर ने उपमहापौर को कार्यालय कक्ष से निकाल दिया। गुस्से में उपमहापौर ने बताया कि लगातार महापौर के द्वारा अपने अधिकार का दुरुप्रयोग किया जा रहा है। बता दे की बीते दिनों नगर निगम की आम सभा में भी महापौर के कार्यकलाप को लेकर काफी हंगामेदार रहा। दरअसल महापौर की अध्यक्षता मे निगम में चल रहे विकासात्मक कार्यों को लेकर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें उपमहापौर भी उक्त बैठक में शामिल होने पहुंचे। बैठक में महापौर के साथ उपमहापौर ,नगर आयुक्त समेत स्थाई सशक्त समिति के सदस्यों के साथ सभी कार्यालय कर्मी को शामिल होने की सूचना निगम कार्यालय से व्हाट्सएप के माध्यम से दिया गया। जिसमें शामिल होने पहुंचे उपमहापौर को महापौर ने बाहर निकलने को कहा। जिस पर उपमहापौर गुस्से में आकर महापौर पर जोरदार हमला किया।
उन्होंने कहा कि जब निगम के समीक्षात्मक बैठक में कार्यालय कर्मी के साथ सभी सदस्यों को बैठना था। जिसमें महापौर पति भी शामिल थे। बैठक के दौरान महापौर के द्वारा बीते दिनों हुए सामान्य बोर्ड के बैठक में लिए गए निर्णय के विपरीत कार्यों के फाइल पर नगर आयुक्त को आदेश देने को कहा गया। जिसपर नगर आयुक्त के द्वारा इसका विरोध किया गया। जिसपर महापौर के पति आरिफ हुसैन के इशारे पर महापौर के द्वारा उप महापौर को बाहर निकलने को बोला। जिसपर आग बबूला होते हुए उन्होंने इसका विरोध किया। मीडिया को दिए बयान में बताया कि लगातार महापौर के द्वारा अपने पद का दुरुप्रयोग किया जा रहा है। उनके कार्यालय का संचालन उनके पति के द्वारा किया जाता है इतना ही नहीं सरकार के द्वारा दिए गए महापौर के सुरक्षा गार्ड का भी दुरूपयोग उनके द्वारा किया जाता है। महापौर रौनक जहां परवेज के द्वारा नगर पालिका नियमावली का पालन नहीं किया जाता है। नगरपालिका नियमावली के पेज न 1059 में यह बात कही नहीं लिखा गया है कि महापौर के प्रतिनिधि को रहना है। फिर किस अधिकार के तहत महापौर के पति आरिफ हुसैन को किसी बैठक में बैठने दिया जाता है। उपमहापौर के द्वारा यहां तक कहा गया की स्थाई सशक्त समिति एवं स्वास्थ्य समिति का गठन किया ।गया जिसमें एक कौम विशेष के लोगो को रखा गया है। इस पर हमने कभी टिका टिप्पणी नहीं किया। क्योंकि यह उनका विशेषाधिकार है। लेकिन नगर निगम क्षेत्र के विकासात्मक कार्य को एक चुनिंदा एरिया का चयन कर किया जाएगा। यह नहीं होने दिया जाएगा। लगातार दो वर्षों से इसको लेकर महापौर को बोला जा रहा है। जिसपर नजर अंदाज करते हुए महापौर के द्वारा इसको अगले बार करने को बोल टाल दिया जाता है। जिसमें नगर निगम क्षेत्र का विकास अवरुद्ध है। उन्होंने महापौर के पति पर आरोप लगाते हुए कहा की उनके द्वारा नगर निगम को अपने पॉकेट की जेब समझ लिए है जो अब नहीं होने दिया जाएगा। नगरपालिका नियमावली का लगातार दुरुप्रयोग किया जा रहा है। जो अब नहीं होने दिया जाएगा।
उप महापौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार नगरपालिका नियमावली का दुरुपयोग किया जा रहा है उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि अगर समीक्षात्मक बैठक में उप महापौर की उपस्थिति नहीं हो सकती है तो किस हैसियत से मेयर पति आरिफ हुसैन को बैठने की अनुमति दी जाती है जो की एक आम नागरिक है। जबकि नियम यह कहता है कि किसी भी प्रकार की समीक्षात्मक बैठक या बैठक में महापौर उपमहापा और एवं सरकार के कर्मियों के साथ किसी बैठक का आयोजन होना है। बीते दो वर्षों से लगातार मेयर के पावर का दुरुपयोग उनके पति आरिफ हुसैन के द्वारा किया जाता है। मेयर को मिले सरकारी गार्ड का उपयोग मेयर पति कर रहे है। वही उनकी गाड़ी का भी उपयोग पति करते रहते हैं। मेयर की अनुपस्थिति में नगर निगम कार्यालय में जाकर जबरन कर्मियों को अपने आधार पर फाइलों का कार्य निष्पादन कराया जाता है। जिसकी शिकायत लेकर इन्होंने सीतामढ़ी पुलिस अधीक्षक वह जिला अधिकारी सीतामढ़ी से मिलकर उक्त सभी बातों को अवगत कराने का बात कही है। यहां तक कि स्थाई सशक्त समिति के सदस्य ने तो नगर निगम के कार्यकलाप पर ही सवालिया निशान लगा दिया। उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि इनको इस बैठक की सूचना तक नहीं दी गई है जो कि गलत है। मामले को लेकर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडे ने बताया कि महापौर के द्वारा सूचना दिया गया कि उनके द्वारा कार्यालय कर्मी के साथ बैठक करना चाहती है। बैठक का उद्वेश्य था कि किस प्रकार नगर निगम के विकासात्मक कार्य को बल मिल सके।
सीतामढ़ी से अविनाश की रिपोर्ट