SIWAN : जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र में एक भीषण सड़क हादसे में मैट्रिक के परीक्षार्थी सैफ अली (16 वर्ष) की मौत हो गई। यह घटना बड़हरिया-सीवान मुख्य मार्ग पर स्थित मुर्गिया टोला गांव के नजदीक आज सुबह घटी। सैफ अली, जो अठखम्भा निवासी जफरुद्दीन का बेटा था। मैट्रिक की परीक्षा देने के लिए गोपालगंज जिले के हथुआ स्थित ब्लूम वार्ड्स स्कूल जा रहा था। उसके साथ उसके गांव के मित्र रहमतुल्लाह अली (17 वर्ष) भी बाइक पर सवार था। स्थानीय लोगों के अनुसार, सिवान से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे सैफ गंभीर रूप से घायल हो गया और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। रहमतुल्लाह को फ्रैक्चर और चोटें आईं, उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीणों का आक्रोश, सड़क जाम
हादसे की खबर फैलते ही सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने सिवान-गोपालगंज मुख्य मार्ग को घंटों तक जाम कर दिया और नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का आरोप था कि यह मार्ग अक्सर दुर्घटनाओं का गवाह बनता है, क्योंकि यहां गति सीमा का पालन नहीं होता और नशे में धुत ड्राइवर्स बेलगाम गति से वाहन चलाते हैं। प्रदर्शनकारियों ने दोषी ड्राइवर की तत्काल गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग की। ग्राम प्रधान रामेश्वर यादव ने बताया की "इस सड़क पर पिछले दो साल में यह पांचवां बड़ा हादसा है। प्रशासन ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई।"
प्रशासन ने शांत कराया माहौल
थाना प्रभारी रूपेश वर्मा और बीडीओ संदीप कुमार ने विधिक प्रक्रिया शुरू करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। सैफ के पिता जफरुद्दीन ने बताया, "मेरा बेटा पढ़ाई में बहुत तेज था। उसने इस परीक्षा के लिए महीनों मेहनत की थी। कार चालक ने उसका भविष्य छीन लिया।" एसएचओ वर्मा ने बताया की कार चालक फरार है, लेकिन वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज कर लिया गया है। "आरोपी के खिलाफ धारा 304ए (लापरवाही से मौत) और 279 (सार्वजनिक रास्ते पर रेसिंग) के तहत केस दर्ज किया जाएगा,"। हादसे के बाद पूरे इलाके में पुलिस ने वाहन चेकिंग अभियान तेज कर दिया है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
बिहार सड़क सुरक्षा विभाग के 2023 के आंकड़ों के अनुसार, सिवान जिले में पिछले वर्ष 120 से अधिक घातक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 70% से अधिक मामलों में ओवरस्पीडिंग मुख्य कारण थी। विशेषज्ञों का मानना है कि स्कूली बच्चों में हेलमेट न पहनने की आदत और ग्रामीण इलाकों में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ऐसी त्रासदियों को बढ़ावा देती है। सैफ की मौत ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा उपायों और यातायात जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवार ने मृतक के अंतिम संस्कार के बाद प्रशासन से न्याय की उम्मीद जताई है।
सिवान से ताबिश इरशाद की रिपोर्ट