Siwan girls escape: बिहार के सीवान में बालिका गृह से 13 लड़कियां फरार, पुलिस ने की जांच तेज, डीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश
सीवान के भैसाखाल आश्रय गृह से 13 लड़कियां फरार हो गईं। पुलिस ने एक लड़की को बरामद कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। डीएम ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

Siwan girls escape From shelter home: बिहार के सीवान जिले में स्थित भैसाखाल वृहद आश्रय गृह से 13 लड़कियां रात के अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गईं। इस घटना के बाद से ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस अब तक एक लड़की को बरामद कर चुकी है, जबकि आठ अन्य का पता चल चुका है। फरार लड़कियों को वापस लाने के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं, जबकि जिला प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है।
पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू की
इस घटना के सामने आने के बाद, सीवान डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए हैं। एसडीएम और सीडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, जो घटना की गहराई से जांच करेगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। इस घटना में बालिका गृह के तीन कर्मियों के खिलाफ लापरवाही के आरोप में कार्रवाई की जा रही है, जबकि फरार लड़कियों की तलाश तेज कर दी गई है।
13 लड़कियों के फरार होने का मामला
घटना जीरादेई थाना क्षेत्र के भैसाखाल गांव में स्थित वृहद आश्रय गृह की है, जहां से 13 लड़कियां रात के अंधेरे में भागने में सफल रहीं। आश्रय गृह से भागने वाली ज्यादातर लड़कियां सीवान, गोपालगंज, और सारण जिले की रहने वाली थीं। इनमें से कई लड़कियां ऑर्केस्ट्रा में काम करती थीं, जबकि कुछ नाबालिग लड़कियों को शादी का झांसा देकर भगाया गया था। लड़कियों ने सुरक्षा गार्ड और आश्रय गृह के कर्मचारियों को चकमा देकर यह भागने की योजना बनाई थी।
पुलिस की छापेमारी और लड़कियों की तलाश
पुलिस ने इस घटना के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू की और एक लड़की को बरामद कर लिया गया। इसके साथ ही आठ लड़कियों का भी पता चल गया है, जिनके घरवालों से संपर्क किया जा रहा है। पुलिस अब बाकी लड़कियों की तलाश कर रही है और उनके परिजनों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि जल्द ही सभी लड़कियों को बरामद कर लिया जाएगा। इसके लिए एक धावा दल कमेटी का गठन भी किया गया है, जो इस घटना की गहराई से जांच करेगी।
बालिका गृह की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने आश्रय गृह की सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऊंची चहारदीवारी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद लड़कियों के भागने की यह घटना आश्रय गृह की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही को दर्शाती है। फरार हुई लड़कियों में से कई की बरामदगी हो चुकी है, लेकिन घटना ने आश्रय गृह में रखी गई लड़कियों की सुरक्षा और देखभाल पर चिंताएं बढ़ा दी हैं।