Siwan BDO Vaibhav Shukla: सिवान के BDO वैभव शुक्ला की शानदार पहल, महादलित टोला में विकास की नई सुबह लाने का कर रहे काम

सिवान जिले के पचरूखी प्रखंड के BDO वैभव शुक्ला ने महादलित टोला में योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अनुकरणीय पहल की। जानिए कैसे उनके प्रयास से सामाजिक न्याय और विकास की किरण पहुंची।

Siwan BDO Vaibhav Shukla: सिवान के BDO वैभव शुक्ला की शानदार
वैभव शुक्ला- फोटो : news4nation

Siwan BDO Vaibhav Shukla: बिहार के सिवान जिले के पचरूखी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) वैभव शुक्ला ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए एक अनुकरणीय पहल की है। उनका यह प्रयास न केवल पचरूखी प्रखंड के महादलित टोला के लिए, बल्कि पूरे बिहार जिले के लिए एक मिसाल बन गया है। वैभव शुक्ला ने सरकार द्वारा संचालित लोक-कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने और उन लोगों को शामिल करने का बीड़ा उठाया है, जो किसी कारणवश इन योजनाओं के लाभ से वंचित रह गए थे। 

इस क्रम में,  11 अप्रैल 2025 को उन्होंने पचरूखी पंचायत के पचरनी पूर्व महादलित टोला का दौरा किया और वहां आवश्यक बुनियादी सुविधाओं की स्थिति का जमीनी स्तर पर निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए, जिनके आधार पर उन्होंने त्वरित और प्रभावी कदम उठाए। आइए, इस पहल को विस्तार से समझते हैं।

आवास योजना का सर्वेक्षण और कार्यान्वयन

पचरनी पूर्व महादलित टोला में आवास योजना के तहत कुल 60 घरों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया है। वैभव शुक्ला ने यह सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया कि कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित न रहे। इसके लिए शेष बचे लाभुकों के नाम जोड़ने की प्रक्रिया को तेज किया गया।संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए गए।  उनकी यह सक्रियता सामाजिक समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे हर जरूरतमंद परिवार को छत मिलने की उम्मीद बढ़ी है।

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मनरेगा जॉब कार्ड की उपलब्धता

ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत जॉब कार्ड आजीविका को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। टोले में 71% परिवारों के पास जॉब कार्ड उपलब्ध हैं, जो उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में सहायक सिद्ध हो रहा है।शेष परिवार अभी तक इस सुविधा से वंचित हैं।  वैभव शुक्ला ने इस कमी को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने का वादा किया और आश्वासन दिया कि सभी पात्र परिवारों को जल्द ही जॉब कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और गरीबी में कमी आएगी।

राशन कार्ड और पेंशन की स्थिति

राशन कार्ड और पेंशन गरीब परिवारों के लिए जीवन रेखा की तरह हैं। टोले में अधिकांश परिवारों के पास ये सुविधाएं पहले से उपलब्ध हैं।लेकिन परिवारों के बंटवारे के कारण कुछ नए परिवार राशन कार्ड से वंचित रह गए थे।वैभव शुक्ला ने इस समस्या का त्वरित समाधान निकाला मौके पर ही विकास मित्रों के माध्यम से ऑन-स्पॉट आवेदन फॉर्म भरवाए गए। राशन कार्ड और पेंशन के लिए पात्र लोगों को तुरंत लाभ पहुँचाने की प्रक्रिया शुरू की गई।  यह कदम उन लोगों के लिए वरदान साबित हुआ, जो लंबे समय से इन सुविधाओं का इंतजार कर रहे थे।

कचरा प्रबंधन और उपयोगिता शुल्क

स्वच्छता अभियान के तहत टोले में हर घर से कचरा उठाव का कार्य नियमित रूप से हो रहा है। लेकिन प्रति माह 30 रुपये के उपयोगिता शुल्क का भुगतान कई परिवारों द्वारा नहीं किया जा रहा है।  इस समस्या से निपटने के लिए वैभव शुक्ला ने एक जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया।लोगों को कचरा प्रबंधन के महत्व और उपयोगिता शुल्क की आवश्यकता के बारे में समझाने पर जोर दिया।  इससे स्वच्छता व्यवस्था को और मजबूत करने में मदद मिलेगी और लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक होंगे।

शौचालय की उपलब्धता

स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण एक बड़ी प्राथमिकता है, लेकिन टोले में स्थिति चिंताजनक है।केवल 20-25% लोगों के पास निजी शौचालय हैं।बाकी लोग सार्वजनिक शौचालयों पर निर्भर हैं। शौचालय निर्माण में मुख्य बाधाएं हैं जमीन की कमी और आर्थिक तंगी।  वैभव शुक्ला ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और इसके समाधान के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत विशेष योजना लागू करने की घोषणा की।पात्र परिवारों को वित्तीय सहायता देने का आश्वासन दिया।  उनके इस प्रयास से खुले में शौच की समस्या को कम करने में बड़ी सफलता मिलने की संभावना है।

नल-जल आपूर्ति

स्वच्छ पेयजल हर नागरिक का मूल अधिकार है। टोले मेंलोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) द्वारा नल-जल आपूर्ति की व्यवस्था पहले से की गई थी।लेकिन पिछले तीन दिनों से आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई है। वैभव शुक्ला ने इस मुद्दे को तुरंत संज्ञान में लिया और PHED अधिकारियों को आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए।  उनकी त्वरित कार्रवाई से लोगों को जल्द ही स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होने की उम्मीद जगी है।

आधार कार्ड की उपलब्धता

आधार कार्ड सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए अनिवार्य है। टोले में 88% परिवारों के पास आधार कार्ड उपलब्ध है।शेष 12% परिवारों को अभी तक यह सुविधा नहीं मिली है। वैभव शुक्ला ने इस कमी को पूरा करने के लिए विशेष आधार कार्ड शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया। यह कदम डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को साकार करने और सभी को योजनाओं से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।

वैभव शुक्ला की कार्यशैली और प्रभाव

वैभव शुक्ला की तेज-तर्रार और जन-केंद्रित कार्यशैली ने पचरनी पूर्व महादलित टोला के निवासियों में नई उम्मीद जगाई है। उनके इस जमीनी निरीक्षण और त्वरित कार्रवाइयों ने न केवल समस्याओं को उजागर किया, बल्कि उनके समाधान के लिए प्रभावी कदम भी उठाए। 

कुछ प्रमुख उदाहरण:

राशन कार्ड और पेंशन के लिए ऑन-स्पॉट फॉर्म भरवाना।

शौचालय निर्माण के लिए विशेष योजना तैयार करना।

नल-जल आपूर्ति को बहाल करने के लिए तत्काल निर्देश देना।  

हर कदम में उनकी प्रतिबद्धता और सक्रियता स्पष्ट झलकती है। उनकी कार्यशैली से यह साबित होता है कि एक समर्पित अधिकारी समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक विकास की किरण पहुंचा सकता है।

सिवान से ताबिश इरशाद की रिपोर्ट