Bihar News : विजयादशमी पर रावण दहन समारोह का आयोजन पटना के मोकामा में किया जाएगा. मोकामा के एसकेएम स्कूल परिसर में होने वाले आयोजन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रह है. रावण वध समारोह समिति के सचिव सुदर्शन ने बताया कि इस वर्ष रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बनाने का काम सम्पन्नता की ओर है. 12 अक्टूबर को शाम 3 बजे उद्घाटन समारोह होगा. इस वर्ष रावण का पुतला 60 फीट का जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले 55-55 फीट के होंगे. पुतलों को स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है.
उन्होंने बताया कि समारोह का उद्घाटन पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी करेंगे. समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन जबकि स्वागताध्यक्ष वरीय लेखापरीक्षक देवेन्द्र प्रसाद सिंह होंगे. वहीं समारोह की अध्यक्षता श्रीकांत सिंह (शिक्षक) करेंगे. उन्होंने बताया कि श्री राम दरबार झांकी की शुरुआत तपस्वी जी ठाकुरबाड़ी से होगी और नगर भ्रमण उपरांत शाम 5 बजे राम-रावण युद्ध होगा. बाद में रावण दहन का आयोजन होगा.
मोकामा में वर्ष 1980 के दशक में रावण दहन समारोह की शुरुआत हुई थी. राजधानी पटना के बाद जिले में मोकामा ही एक मात्र शहर है जहां हर वर्ष रावण दहन समारोह होता है. सुदर्शन ने बताया कि मोकामा के सांस्कृतिक गौरव का पहचान ले चुके रावण दहन समारोह के सफल आयोजन को लेकर समिति ने उपसमितियों का गठन किया है. वहीं पुलिस एवं प्रशासन द्वारा भी तैयारियों में सहयोग दिया जा रहा है.
इसी क्रम में 8 अक्टूबर को दुर्गा पूजा के अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी बाढ़, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बाढ़, अंचल अधिकारी, मोकामा, थानाध्यक्ष, मोकामा एवं नगर परिषद मोकामा के कर्मी के साथ मोकामा स्थित रावण दहन स्थल का निरीक्षण किया गया तथा रावण दहन स्थल पर मजबूत बैरिकेटिंग, सीसीटीवी कैमरा, रोशनी की व्यवस्था, पर्याप्त साफ सफाई की व्यवस्था के मद्देनजर संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया। इसके अतिरिक्त मोकामा स्थित प्रतिमा विसर्जन स्थल का भी निरीक्षण किया गया तथा विसर्जन स्थल पर कृत्रिम तालाब का निर्माण कराकर कृत्रिम तालाब में हीं प्रतिमा विसर्जन करने का हीं निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त पंचमहला थाना अंतर्गत ग्राम रामपुर डुमरा में रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन हेतु नया अनुज्ञप्ति आवेदन प्राप्त होने पर स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष पंचमहला को विधि व्यवस्था के लिए निर्देश दिया गया।
विकास की रिपोर्ट