Maa Chandika Sthan Munger: मुंगेर के चंडिका स्थान में नए साल के पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। देश के 52 शक्तिपीठों में से एक, चंडिका स्थान जहां माता सती का बायां नेत्र गिरा था, यहां भक्तों का मानना है कि मां के दर्शन से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
नए साल की शुरुआत को शुभ बनाने के लिए भक्त अहले सुबह से ही मंदिर पहुंच रहे हैं। वे मां चंडिका की पूजा-अर्चना कर नए साल में शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि वे इस साल अच्छे रोजगार की तलाश में हैं और मां से इसी कामना के साथ यहां आए हैं।चंडिका स्थान में मां सती के बाएं नेत्र की पूजा होने के कारण नेत्र रोग से ग्रस्त लोग भी यहां विशेष रूप से आते हैं। भक्तों का मानना है कि मां के आशीर्वाद से वे सभी रोगों से मुक्त हो जाएंगे।
बता दें देश के 52 शक्तिपीठों में मुंगेर का चंडिका स्थान एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहां श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है। मान्यता के अनुसार, देवी सती का एक नेत्र यहां गिरा था, जिसके बाद इस स्थान पर मंदिर की स्थापना की गई। शक्तिपीठ में मां की बाईं आंख की पूजा की जाती है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां अंग प्रदेश के राजा कर्ण प्रतिदिन सवा मन सोना दान करते थे, जिसका उल्लेख महाभारत काल में भी मिलता है।
रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान