Bihar Kabaddi Champion : बिहार की कबड्डी टीम ने इतिहास रचते हुए 22 वर्षों के बाद के बाद ख़िताब अपने नाम किया. ऑल इण्डिया सिविल सर्विसेज कबड्डी टूर्नामेंट में पहली बार बिहार महिला वर्ग की टीम फाइनल में पहुंची. साथ ही फाइनल में हिमाचल को 45 - 25 से हराकर चैम्पियन बनी.
दिल्ली की त्यागराज स्टेडियम में चल रहे ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज टूर्नामेंट में बिहार ने यह उपलब्धि हासिल की. शुरूआती दौर से ही बिहार की टीम ने शानदार खेल दिखाया. अपने लीग मैचों के बाद बिहार टीम ने सेमीफइनल में दिल्ली को 30 - 5 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया और फाइनल में हिमाचल को 45 - 25 से हराया.
इस टूर्नामेंट में कुल 18 टीमों ने भाग लिया. इसमें देश के अलग अलग राज्यों की टीमें शामिल रही. वहीं बिहार की टीम का प्रतिनिधित्व कप्तान के रूप में देवंती कुमारी ने किया. इसके अतिरिक्त में बिहार में टीम में नैंसी प्रिया, रिया, कोमल, अंकिता, अमीषा, कोमल-2, संतोष, सरिता, रजनी, रीना और वर्षा शामिल रही. वहीं टीम के कोच के रूप में एशियाड प्लयेर रही स्मिता कुमारी रही. टीम की मैनेजर अमीषा कुमारी है.
बिहार टीम की जीत पर खेल विभाग के प्रधान सचिव बी राजेंद्र, सचिवालय स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के सचिव महेंद्र कुमार, प्रभारी पदाधिकारी कबड्डी वंदना प्रेयसी ने टीम को शुभकामनाएं दी.
मोकामा से लखीसराय तक हर्ष
ऑल इण्डिया सिविल सर्विसेज कबड्डी टूर्नामेंट बिहार कबड्डी टीम के चैम्पियन होने पर मोकामा से लखीसराय तक हर्ष देखा गया. दरअसल, टीम की कप्तान देवंती कुमारी लखीसराय के बड़हिया की बहू है. बड़हिया की बहू के नेतृत्व में बिहार के नाम हासिल हुई इस उपलब्धि को लेकर ग्रामीणों ने ख़ुशी जाहिर की. वहीं बिहार की सर्विसेज टीम में मोकामा की दो बालिकायें "कोमल और नैंसी" बिहार की टीम में शामिल रही. ये दोनों बिहार की टीम से कॉर्नर खेल रही थीं. कोमल मोकामा के हाथीदह महेंद्रपुर की हैं, वहीँ नैंसी औंटा पंचायत की हैं. दोनों के टीम में होने और शानदार खेल खेलने पर ग्रामीणों ने जमकर ख़ुशी जताई.
कमलेश की रिपोर्ट